सोलर पैनल वाली पहली DMU को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिखाई हरी झंडी

Friday, Jul 14, 2017 - 04:18 PM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय रेलवे सभी यात्री गाड़ियों में कोच की विद्युत आवश्यकता को सौर ऊर्जा से पूरा करने की योजना पर जल्द ही शुरू करेगी जिससे हर साल करोड़ों रुपए का ईंधन व्यय बचेगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर देश की सोलर ऊर्जा युक्त पहली डी.एम.यू. रेलगाड़ी का शुभारंभ करने के अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत में यह जानकारी दी।

हजारों लीटर डीजल की होगी बचत
उन्होंने सोलर ऊर्जा युक्त रेलगाड़ी को भारतीय रेलवे की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर करार देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन एवं वैश्विक तापमान बढ़ने की चुनौती से निपटने में इस प्रकार के कदम बेहद कारगर हैं। सोलर ऊर्जा के प्रयोग से प्रत्येक कोच से हर साल करीब नौ लाख टन कार्बन उत्सर्जन और 21 हजार लीटर डीजल की बचत होगी। श्री प्रभु ने कहा कि भारतीय रेलवे सभी ट्रेनों में कोच के ऊपर सोलर पैनल लगाने का काम जल्द ही शुरू करेगी ताकि कोच में पंखे एवं प्रकाश के लिए बिजली सोलर पैनल से मिलेगी। उन्होंने कहा कि डी.एम.यू. के कोचों में बैटरियां लगाई गई हैं, जो वर्षा एवं सर्दी के मौसम में भी ऊर्जा की आपूर्ति करेंगी।

हर कोच पर लगे हैं 16 सोलर पैनल
इससे पहले श्री प्रभु ने इस रैक का निरीक्षण किया। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी में निर्मित इस छह कोच वाले रैक को उत्तर रेलवे के शकूरबस्ती वर्कशॉप में सोलर पैनलों से सुसज्जित किया गया है। हर कोच पर 16-16 सोलर पैनल लगाए गए हैं, जिनकी कुल क्षमता 4.5 किलोवाट होगी। हर कोच में 120 एएच क्षमता की बैटरियां लगी होंगी जिससे रात में एवं खराब मौसम में भी गाड़ी की विद्युत आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकेगी। 

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