चीनी कंपनियों के शेयरों में बढ़ौतरी

Saturday, Dec 24, 2016 - 03:29 PM (IST)

नई दिल्लीः चीनी कंपनियों के शेयरों में आज 20 फीसदी तक की उछाल दर्ज की गई। गौरतलब है कि नोटबंदी के कारण चीनी की खुदरा और थोक खरीद घट गई थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से बाजार में फिर खरीद का माहौल बना है। पैरी शुगर का शेयर आज सबसे ज्यादा 19.9 फीसदी उछलकर 47.9 रुपए पर बंद हुआ। वहीं उत्तम शुगर के शेयर की कीमत 12.3 फीसदी बढ़कर 49.7 रुपए पर पहुंच गई। अपर गैंजेज शुगर का शेयर 10 फीसदी चढ़कर 271.5 रुपए और द्वारिकेश शुगर का शेयर 9 फीसदी उछलकर 288.6 रुपए पर बंद हुआ। त्रिवेणी इंजीनियरिंग का शेयर 5.6 फीसदी चढ़कर 56.6 रुपए और सिंभावली शुगर्स का शेयर 5.4 फीसदी चढ़कर 27.25 रुपए पर बंद हुआ।

कीमतें गिरी
इससे नोटबंदी के बाद चीनी कंपनियों के शेयरों में गिरावट की करीब आधी भरपाई हो गई है। 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपए के बड़े नोट बंद किए जाने की घोषणा के तत्काल बाद अपर गैंजेज का शेयर 33 फीसदी तक लुढ़का था। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा, 'नोटबंदी के बाद चीनी की कीमतें 2 से 3 रुपए प्रति किलोग्राम गिर गई थीं, लेकिन उसके बाद कम से कम 0.75 रुपए प्रति किलोग्राम तक सुधर गई हैं।'

गन्ने की कीमतों में मामूली बढ़ौतरी 
इक्रा के प्रमुख (कॉरपोरेट रेटिंग) सव्यसाची मजूमदार ने कहा, 'सरकार का ताजा अनुमान है कि चीनी का उत्पादन पिछले साल से 10 फीसदी कम रहेगा, इसलिए अगली 3 से 4 तिमाहियों में कीमतेंं मजबूत रहने के आसार हैं। यह और उत्तर प्रदेश सहित ज्यादातर राज्यों में गन्ने की कीमतों में मामूली बढ़ौतरी इस उद्योग के लघु अवधि के लाभ परिदृश्य के लिए सकारात्मक हैं।' इस साल घरेलू बाजार में चीनी के दाम मजबूत बने हुए हैं। मार्च में दाम 31.500 रुपए प्रति टन थे, जो अगस्त में बढ़कर 36,000 रुपए प्रति टन पर पहुंच गए।

सितंबर में चीनी के दाम रहे स्थिर
हालांकि सितंबर में चीनी के दाम स्थिर रहे, लेकिन अक्टूबर में कीमतों में बढ़ौतरी जारी रही और चीनी पांच साल के सर्वोच्च स्तर 36,200 रुपए प्रति टन पर पहुंच गई। नोटबंदी की घोषणा के बाद नवंबर में कीमतें मामूली गिरकर 35,500 रुपए प्रति टन पर आ गई थीं। कारोबारी सूत्रों ने कहा कि नकदी की समस्या दूर होने के बाद खुदरा ग्राहक बाजार में आने लगे हैं। इसके साथ ही बड़े खरीदारों ने भी पिछले कुछ दिन से खरीद शुरू कर दी है, जिससे बाजार का रुझान पलटा है। 

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