नई ऊंचाई पर पहुंचेगा चीनी उत्पादन

Tuesday, Jul 17, 2018 - 01:17 PM (IST)

नई दिल्लीः देश में चीनी का उत्पादन अगले सीजन में 350 से 355 लाख टन रहने के आसार हैं, जो इस साल से करीब 10 फीसदी अधिक है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के शुरूआती अनुमानों में कहा गया है कि अगर मॉनसून सामान्य रहा तो चीनी सीजन 2018-19 में उत्पादन नए रिकॉर्ड पर पहुंच सकता है। हालांकि अभी तक मॉनसून सामान्य रहा है। 

लगातार दूसरे साल चीनी के रिकॉर्ड उत्पादन से खुदरा बाजारों में इसकी कीमतें गिर सकती हैं, जिससे गन्ने के बकाया में बढ़ोतरी हो सकती है। सरकार के कई कदम उठाने के बाद चीनी की कीमतों में कुछ सुधार के संकेत दिखे हैं। इससे पहले राष्ट्रीय सहकारी चीनी फैक्टरी परिसंघ (एनएफसीएसएफ) ने 2017-18 में रिकॉर्ड उत्पादन के बाद 2018-19 में फिर भारी उत्पादन होने को लेकर चिंता जताई थी। 

इस बीच इस्मा ने कहा कि देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में उत्पादन 2018-19 में बढ़कर 130 से 135 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है, जो इस साल 120.5 लाख टन रहा है। देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में उत्पादन अगले चीनी सीजन में बढ़कर 110 से 115 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है, जो इस साल 107.1 लाख टन रहा है। कर्नाटक में चीनी उत्पादन 2018-19 में बढ़कर 44.8 लाख टन रहने का अनुमान है, जो इस साल 36.5 लाख टन रहा है। तमिलनाडु में उत्पादन 6 लाख टन से बढ़कर 9 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है। 

इस्मा का कहना है कि गन्ने की ज्यादा उपलब्धता से चीनी का उत्पादन बढ़ सकता है। रकबे में बढ़ोतरी और गन्ने की किस्म सीओ0238 से उत्पादकता में इजाफे से गन्ने की उपलब्धता बढ़ेगी। 

jyoti choudhary

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