एक सप्ताह में चीनी की कीमतें 7 प्रतिशत उछली

Friday, Jan 06, 2017 - 11:26 AM (IST)

पुणेः भारत के सबसे ज्यादा चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में गत वर्ष चीनी के उत्पादन में 25 प्रतिशत की गिरावट आई है जिसके चलते सिर्फ एक ही सप्ताह में चीनी की कीमतों में 7 प्रतिशत की बढ़ौतरी देखी गई। एस-30 ग्रेड की चीनी की एक्स-मिल कीमतें 34.20 रुपए से बढ़कर 36.50 रुपए प्रति किलो हो गई हैं।

बम्बई शूगर मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक जैन ने बताया कि देश में हर जगह बढ़ती मांग और महाराष्ट्र में घटते उत्पादन ने चीनी की कीमतों को हवा दी है। वहीं घरेलू मार्कीट में एन.सी.डी.ई.एक्स. एम-30 की कीमतें दिल्ली में गत 23 दिसम्बर को 37.50 रुपए थी जो 3 जनवरी को बढ़कर 38.70 रुपए प्रति किलो हो गई हैं। 

इंडियन शूगर मिल एसोसिएशन (इस्मा) के एक अनुमान के अनुसार 31 दिसम्बर 2016 तक महाराष्ट्र में 25 प्रतिशत उत्पादन कम हुआ है जो इससे पिछले सीजन से 0.4 प्रतिशत ज्यादा था। वहीं इस समय के दौरान उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन पिछले सीजन के मुकाबले 50 प्रतिशत कम हुआ है। इस्मा ने कहा कि चालू सीजन की पहली तिमाही (अक्तूबर-दिसम्बर, 2016) में चीनी का उठाव भी कम हुआ है। इस्मा के अनुसार शादी-विवाह समारोहों के सीजन में भी नोटबंदी के कारण चीनी की मांग कम होकर 5 लाख टन रही जो गत वर्ष से काफी कम है। 

एसो. के अनुसार वर्ष 2016-17 में अनुमानित चीनी खपत 255 लाख टन में कमी आ सकती है। इससे पहले खपत 2 प्रतिशत बढऩे की संभावना थी। अब यह पिछले वर्ष की खपत 248 लाख टन से भी कम रहने की संभावना है। राज्यों द्वारा गन्ने की कीमत बढ़ाने से चीनी उत्पादन की औसतन लागत 2 रुपए किलो बढ़ गई है जबकि इस्मा के मुताबिक नवम्बर के दूसरे सप्ताह से 2 से 3 रुपए प्रति किलो गिर चुकी चीनी की एक्स मिल कीमतें अब सुधरने लगी हैं। 

घट सकती है चीनी पर इंपोर्ट ड्यूटी!
चीनी पर सरकार बड़े फैसले की तैयारी कर रही है। पिछले कुछ दिनों में कीमतों में आई तेजी के बाद खबर है कि सरकार जल्द ही चीनी पर इंपोर्ट ड्यूटी घटा सकती है। फिलहाल चीनी पर 40 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी है। हालांकि इसके तहत सरकारी एजैंसियों के जरिए ही चीनी इंपोर्ट की योजना है। फिलहाल सरकार इस पर विचार कर रही है। जल्द ही इस बारे में फैसला हो सकता है। इस बीच चीनी की कीमतों में गिरावट आई है।

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