IDBI बैंक में हड़ताल, लेनदेन प्रभावित

Tuesday, May 23, 2017 - 05:02 PM (IST)

नई दिल्लीः आई.डी.बी.आई. बैंक के अधिकारी और कर्मचारी वेतन पुनरीक्षण एवं अन्य मांगों को लेकर आज हड़ताल पर रहे जिससे करोड़ों रुपए के लेन-देन पर असर पड़ा। यूनाइटेड फोरम आफ आई.डी.बी.आई. ऑफिसर्स एंड इम्पलाइज एसोसियेशन के आह्वान पर हुई इस हड़ताल का ऑल इंडिया बैंक कर्मचारी एसोसिएशन (ए.आई.बी.ई.ए.) और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (ए.आई.बी.ओए.) ने समर्थन किया है।  

एसोसिएशन की महाराष्ट्र इकाई के सचिव आलोक रंजन ने बताया कि बैंक के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन पुनरीक्षण नवंबर 2012 से लंबित है लेकिन प्रबंधन इस मामले में गंभीरता नहीं दिखा रहा है। बैंक प्रबंधन के ढुलमुल और टाल-मटोल वाले रवैये से परेशान होकर बैंक अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल के लिए मजबूर हुए।

रंजन ने बताया कि बैंक के कर्मचारी 12 अप्रैल को हड़ताल करने वाले थे लेकिन प्रबंधन के आश्वासन के बाद इसे स्थगित कर दिया था। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय श्रम आयुक्त ने तब कहा था कि बैंक के नए प्रबंध निदेशक महेश कुमार जैन ने हाल ही में कार्यभार संभाला है अतः उन्हें कुछ समय दिया जाना चाहिए। इस पर कर्मचारियों ने क्षेत्रीय श्रम आयुक्त की 5 मई तक हड़ताल न करने की सलाह को मानते हुए अपना आंदोलन स्थगित कर दिया था लेकिन एक महीने से अधिक वक्त बीत जाने के बावजूद प्रबंधन का रवैया जस का तस ही रहा जिससे परेशान होकर कर्मचारी आज हड़ताल करने को विवश हुए।   

रंजन ने कहा कि प्रबंधन बैंक के घाटे में होने का हवाला देकर वेतन पुनरीक्षण के नाम पर जो कुछ भी दिया जा रहा है, उसे स्वीकार करने के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों पर दबाव बना रहा है। कर्मचारियों ने इसके विरोध में हड़ताल की है। उन्होंने कहा कि हड़ताल से देश भर में बैंक की शाखाओं में कामकाज प्रभावित हुआ जिससे करोड़ों रुपए के लेन-देन पर असर पड़ा।

उन्होंने बताया कि अधिकारी-कर्मचारी वर्षों से लंबित वेतन पुनरीक्षण तत्काल करने, पेंशन योजना के संबंध में एक और अवसर देने, नई पेंशन योजना लागू करने, अधिकारियों-कर्मचारियों की पर्याप्त नियुक्ति, प्रोन्नति, आउटसोर्स कर्मचारियों के मसले सुलझाने और समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग कर रहे हैं।  

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