10 अक्तूबर से 29 नवम्बर के बीच शेयर बाजार में भूचाल आने की आशंका

Saturday, Sep 02, 2017 - 08:06 AM (IST)

फरवरी 2020 तक रहेगी भारत की आर्थिक स्थिति निर्बल


भारत की कुंडली में देश को 10 जुलाई 2016 से 8 फरवरी 2017 तक मंगल की अंतर्दशा चली तथा उसके बाद 18 अगस्त 2018 तक राहू की अंतर्दशा चलेगी। मंगल की अंतर्दशा में नोटबंदी का फैसला लिया गया। राहु की अंतर्दशा में जी.एस.टी. को लागू किया गया। कनाडा के ज्योतिषी प्रो. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि राहु के समय लिए जाने वाले सरकार के आर्थिक फैसले 18 अगस्त 2018 तक भारी व निर्बल सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि 26 अक्तूबर 2017 से शनि धनु राशि में प्रवेश करेगा, जोकि जन्म के मंगल के सामने होगा, इसलिए शनि का धनु राशि में संचार फरवरी 2020 तक रहेगा। दूसरे भाव मंगल, जोकि 12वें भाव का स्वामी है वह इसे देखेगा। शनि और मंगल एक-दूसरे को देखेंगे जिस कारण आर्थिक स्थिति किसी न किसी रूप में प्रभावित होती रहेगी। शनि की दृष्टि बुध की दोनों राशियों मिथुन व कन्या पर पड़ेगी। सरकार गिरती हुई आर्थिक स्थिति को संभालने में विफल रहेगी। सरकारी व्यय में बढ़ौतरी होगी तथा बैंकों में कई प्रकार के घोटाले सामने आ सकते हैं। रुपए की कीमत में भारी गिरावट आने की आशंका है। भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आएंगे। कई आर्थिक फैसलों के कारण सरकार बैकफुट पर रहेगी। 


उन्होंने कहा कि 10 अक्तूबर से 29 नवम्बर के बीच शेयर बाजार में भूचाल आने की आशंका है। शेयर बाजार की स्थिति कुंडली के 5वें भाव तथा उसके स्वामी से देखी जाती है। गोचर में शनि का 26 अक्तूबर से संचार धनु राशि में होने के कारण बुध की दोनों राशियां प्रभावित रहेंगी, जिससे आर्थिक स्थिति व शेयर बाजार दोनों पर इसका असर देखने को मिलेगा। 12 सितम्बर 2017 से लगभग फरवरी 2020 तक शेयर बाजार दबाव में रहेगा।


फरवरी 2020 तक शेयर बाजार में कई बार गिरावट का बड़ा दौर आएगा, इसलिए निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत है। प्रो. शर्मा ने कहा कि भारत की कुंडली में शुक्र पूर्ण रूप से अस्त होने के कारण भ्रष्टाचार और घोटालों को पूरी  तरह से रोक नहीं पाता । मौजूदा समय में केंद्र सरकार का कोई भी प्रयास आर्थिक स्थिति को संभाल नहीं पाएगा। 

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