अमेरिकी कदम से भारत के इंजीनियरिंग निर्यात पर पड़ेगा असर: EEPC

Friday, Mar 09, 2018 - 07:17 PM (IST)

चेन्नईः अमेरिका के कुछ इस्पात और एल्यूमीनियम पर आयात शुल्क लगाने के कदम से देश से वहां किए जाने इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात पर असर पड़ सकता है। इंजीनियरिंग निर्यात संवद्र्धन परिषद (ई.ई.पी.सी.) ने आज यह कहा।

ई.ई.पी.सी. के चेयरमैन रवि सहगल ने कहा कि अमेरिका जैसे देशों द्वारा संरक्षणवादी उपायों से यूरोपीय तथा चीन जैसे दूसरे क्षेत्र व देश भी बदले में कार्रवाई करेंगे। इससे भारत से निर्यात पर और असर पड़ेगा। देश से अमेरिका को इस्पात उत्पादों का निर्यात 50 करोड़ डॉलर प्रति वर्ष है। अमेरिका को बेहतर गुणवत्ता वाले इस्पात निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 1.28 प्रतिशत जबकि एल्यूमीनियम में यह 1.12 प्रतिशत है।      

सहगल ने कहा, "निश्चित रूप से अमेरिकी कदम से भारत के इंजीनियरिंग निर्यात पर असर पड़ेगा। यह असर भले ही प्रत्यक्ष नहीं हो बल्कि अप्रत्यक्ष जरूर होगा, उत्पादों की कीमत में भी उतार-चढ़ाव होगा।" उन्होंने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि दुनिया शीत युद्ध की ओर बढ़ रही है, इससे व्यापार बाधाएं और संरक्षणवादी कदम बढ़ेंगे।

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आयातित इस्पात और अल्यूमीनियम पर क्रमश: 25 प्रतिशत और 10 प्रतिशत शुल्क लगाया है। उनका कहना है कि यह अमेरिकी उद्योग को गति देने के लिए जरूरी है जो अनुचित व्यापार गतिविधियों से प्रभावित हैं। उन्होंने इसे जुड़े आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए जो 15 दिन में प्रभाव में आ जाएगा।     

Advertising