कम बारिश के बावजूद खरीफ फसलों की बुआई में तेजी

Saturday, Aug 10, 2019 - 02:35 PM (IST)

नई दिल्लीः दक्षिण पश्चिम मॉनसून में काफी हद तक बारिश की कमी की भरपाई हो गई है और देश भर में गर्मियों (खरीफ) में बोई जाने वाली फसलों की बुआई का काम अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को यह बात कही। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कुल मिलाकर मॉनसून के सामान्य रहने का अनुमान व्यक्त किया है। हालांकि 8 अगस्त तक बारिश सामान्य स्तर से पांच प्रतिशत कम थी।

तोमर ने कहा, 'मॉनसून आने में थोड़ी देरी हुई और कुछ चिंता पैदा हुई। अब बारिश की स्थिति में सुधार हुआ है। बारिश की कमी की काफी भरपाई हो गई है।' उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि कुल मिलाकर बरसात की स्थिति बेहतर हो जाएगी और खरीफ फसलों के तहत बुआई रकबे में कमी को पूरा कर लिया जाएगा। बुआई का काम अच्छी तरह से प्रगति कर रहा है।' महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे कुछ राज्यों में बाढ़ की स्थिति पर मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की स्थिति की बारीकी से नजर है। धान और दलहन जैसी खरीफ फसलों की बुआई जून में मॉनसून के आरंभ के साथ होती है और कटाई का काम अक्टूबर से शुरू होता है।

कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा, 'समग्र बुआई रकबे में जो कमी थी वह पिछले सप्ताह की तुलना में काफी बेहतर हुई है। अब कमी की काफी हद तक भरपाई हो गई है।' उन्होंने कहा कि धान बुआई का रकबा अभी भी कम है और आने वाले हफ्तों में स्थिति बेहतर होगी क्योंकि बुआई सितंबर के पहले सप्ताह तक चलेगी। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) के खरीफ सत्र में अब तक धान बुआई का रकबा 265.20 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल की समान अवधि में 304.18 लाख हेक्टेयर था। सचिव ने कहा कि दलहन बुआई के रकबे में सुधार हुआ है, लेकिन तिलहन का रकबा अभी भी कम है और आने वाले दिनों कमी की भरपाई हो जाएगी।

आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष खरीफ सत्र में 115.39 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुआई की गई है। पिछले साल इसी अवधि में 121.39 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुआई हुई थी। तिलहन की बुआई 157.17 लाख हेक्टेयर में की गई है जो पिछले साल की समान अवधि में 162.52 लाख हेक्टेयर था। समीक्षाधीन अवधि में मोटे अनाज की बुआई 153.92 लाख हेक्टेयर में की गई है पिछले साल की सामान अवधि में यह रकबा 162.52 लाख हेक्टेयर था। व्यावसायिक फसलों के मामले में, चालू खरीफ सत्र में गन्ने की बुआई का रकबा 52.30 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल 55.45 लाख हेक्टेयर था। 

Supreet Kaur

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