जल्‍द ही सड़कों पर दौड़ेंगे सोलर रिक्‍शा, देंगे 50% से ज्यादा माइलेज

Friday, Nov 11, 2016 - 01:56 PM (IST)

नई दिल्‍लीः मोदी सरकार रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए सोलर से चलने वाले नए-नए प्रोडक्ट्स लांच कर रही है। अब सरकार की योजना है कि ई-रिक्शा की तर्ज पर सोलर रिक्शा चलाए जाएंगे। ये सोलर रिक्शा अगले साल सड़कों पर उतर सकते हैं। सरकार का दावा है कि ये सोलर रिक्शा, ई-रिक्शा के मुकाबले कम से कम 50 फीसदी अधिक माइलेज देगा। हालांकि सरकार ने अब तक इस सोलर रिक्शा की कीमत के बारे में कोई घोषणा नहीं की है।

सोलर रिक्‍शा के फीचर्स
मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (एम.एन.आर.ई.) ने सोलर रिक्शा का कॉन्सेप्ट नोट तैयार किया है। सोलर से चलने वाले इलैक्ट्रिक साइकिल रिक्शा में सोलर पैनल रिक्शा की छत पर लगाया जाएगा, जिसे प्रॉपर फिटिंग के साथ नीचे लगी बैटरी से जोड़ा जाएगा। इस रिक्शा में 300 वाट से लेकर 500 वाट तक का सोलर मॉड्यूल, 48 वोल्ट की बैटरी और 48 वोल्ट व 1000 वाट की मोटर लगाई जाएगी। एम.एन.आर.ई. के मुताबिक, सोलर रिक्शा को पहले सुबह चार्ज किया जाएगा, लेकिन ये रिक्शा चलते-चलते भी चार्ज हो सकेंगे।

चार्जिंग स्‍टेशन पर होंगे चार्ज  
अपने कॉन्सेप्ट नोट में एमएनआरई ने कहा है कि शहरों में सोलर पावर चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जा सकते हैं, ताकि सोलर रिक्शा को रात को इन स्टेशनों में चार्ज किया जा सके। इन सेंट्रलाइज्ड स्टेशनों की पावर जनरेशन की कैपेसिटी काफी अधिक होगी, जहां बड़ी बैटरी में पावर को स्टोर किया जाएगा। जहां रिक्शा चार्ज किए जा सकेंगे।

बचत का दावा 
हालांकि अपने कॉन्सेप्ट नोट में एमएनआरई ने यह तो नहीं बताया है कि इस रिक्शा की कॉस्टिंग कितनी आएगी, लेकिन इतना जरूर कहा गया है कि बिजली की बजाय सोलर से चलने के कारण रिक्शा चालक को काफी बचत होगी और रिक्शा की माइलेज कम से कम 50 फीसदी बढ़ जाएगी। एमएनआरई ने सोलर प्रोडक्‍ट्स बना रही इंडस्‍ट्री से अपील की है कि वे 22 नवंबर तक अपने सुझाव मिनिस्‍ट्री को भेज दें। इंडस्‍ट्री से रिक्‍शा के डिजाइन, टैक्‍नीकल स्‍पेसफिकेशन, फिजिबिल्‍टी और कॉस्‍टिंग पर सुझाव मांगे गए हैं। 


 

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