जुलाई में शुरू होगी कुसुम योजना: आर के सिंह

Tuesday, Jun 05, 2018 - 05:35 PM (IST)

नई दिल्लीः बिजली मंत्री आर के सिंह ने आज कहा कि किसानों की बेहतरी से जुड़ी सौर ऊर्जा उत्पादन पर आधारित कुसुम योजना इस साल जुलाई तक शुरू की जाएगी। भाजपा सरकार के 4 साल पूरे होने के मौके पर संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा, ‘‘कुसुम योजना जुलाई से शुरू की जाएगी जिससे किसानों की आय बढ़ाने तथा सौर ऊर्जा उत्पादन में मदद मिलेगी।’’

किसानों को आय बढ़ाने के इरादे से किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (कुसुम योजना) योजना की घोषणा 2018-19 के बजट में की गई। इसके तहत किसानों को उनकी बंजर जमीन पर सौर परियोजना लगाने तथा अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे करीब 28,250 मेगावाट विकेंद्रित सौर ऊर्जा उत्पादन की उम्मीद है। इस योजना के तहत किसानों को 27.5 लाख सौर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही 0.5 से 2 मेगावाट क्षमता के कुल 10,000 मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र लगाए जाएंगे। इसके अलावा 50,000 ग्रिड से जुड़ी ट्यूब बेल: लिफ्ट एरिगेशन तथा पेय जल परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी। इससे डीजल से चलने वाले सिंचाई से पंपिंग सेट से छुटकारा मिलेगा।

सिंह ने नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘‘अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भी हमारी क्षमता पिछले चार साल में दोगुनी होकर 70,000 मेगावाट पहुंच गई है।’’ इसके अलावा 40,000 मेगावाट से अधिक क्षमता की परियोजनाएं विकास के विभिन्न चरण में हैं। सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2013-14 के 2,630 मेगावाट से बढ़कर मार्च 2018 में 8 गुना से अधिक बढ़कर 22,000 मेगावाट पहुंच गई। इसी अवधि में पवन ऊर्जा क्षमता 21,000 मेगावाट से बढ़कर 34,000 मेगावाट पहुंच गई है।

सिंह ने कहा, ‘‘हम 2022 तक 1,75,000 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता सृजित करने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन जो प्रवृत्ति है हम न केवल लक्ष्य पूरा करेंगे बल्कि कुल क्षमता सृजन कहीं अधिक होगा।’’ अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उपलब्धियों के कारण भारत पवन ऊर्जा मामले में जहां चौथे स्थान पर पहुंच गया है, वहीं सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में छठे स्थान पर है। पूरे अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में भारत दुनिया में पाचवें स्थान पर है।

jyoti choudhary

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