फ्लि‍पकॉर्ट में हि‍स्‍सा बेचने को लेकर उलझन में सॉफ्टबैंक, भारी टैक्‍स बना वजह

Friday, May 11, 2018 - 02:27 PM (IST)

नई दिल्लीः जापान के सॉफ्टबैंक ने ई-वाणिज्य कंपनी फ्लिपकॉर्ट में अपनी 20-22 फीसदी हिस्सेदारी अमेरिका की खुदरा कंपनी वॉलमार्ट को बेचने पर अभी कोई फैसला नहीं किया है। इस घटनाक्रम से सीधे जुड़े एक सूत्र ने यह जानकारी दी है। सूत्र ने बताया कि सॉफ्टबैंक के मसायोशी सोन अगले 7 से 10 दिन में इस बात पर निर्णय कर सकते हैं कि फ्लिपकॉर्ट से बाहर आया जाए या कुछ और समय के लिए इस निवेश को बरकरार रखा जाए।

कंपनी में इनकी रहेगी हिस्सेदारी
उल्लेखनीय है कि वॉलमार्ट ने बुधवार को फ्लिपकॉर्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 16 अरब डॉलर का भुगतान करने की घोषणा की थी। वॉलमार्ट द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक उसके अलावा कंपनी में बिन्नी बंसल, टेनसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट एलएलसी और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प के पास बची हुई 23 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी क्योंकि सॉफ्टबैंक अपनी 20-22 फीसदी की हिस्सेदारी बेचने के लिए तैयार हो गया था। 

2 अरब डॉलर पर लग सकता है टैक्‍स
सूत्र के अनुसार सॉफ्टबैंक का फ्लिपकॉर्ट से बाहर आने का निर्णय करना अभी बाकी है। इसके पीछे अहम कारण है कि हिस्सेदारी बेचने पर सॉफ्टबैंक को होने वाले लाभ पर कर चुकाना होगा, जिसके आधार पर वह फैसला करेगा। सॉफ्टबैंक ने फ्लिपकॉर्ट में 2.5 अरब डॉलर का निवेश किया था, जबकि इससे बाहर आने पर उसे 4.5 अरब डॉलर मिलेंगे। इस प्रकार 2 अरब डॉलर के लाभ पर भारतीय कानून के अनुसार उसे कर देना होगा। सॉफ्टबैंक के प्रवक्ता से इस बारे में संपर्क करने पर उसने टिप्पणी करने से मना कर दिया।   

jyoti choudhary

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