फ्लिपकार्ट में निवेश पर साफ्टबैंक को हुआ 148 करोड़ डॉलर का मुनाफा
Tuesday, Aug 07, 2018 - 03:02 PM (IST)
बेंगलूरुः मासायोशी सन के नेतृत्व वाली जापान की निवेश दिग्गज सॉफ्टबैंक ने अपनी बैलेंसशीट में 164.25 अरब येन (करीब 1.48 अरब डॉलर) का लाभ दिखाया है, जो ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में कंपनी की हिस्सेदारी के मूल्यांकन में वृद्घि से हुआ है। कंपनी ने यह जानकारी फ्लिपकार्ट में अपनी 19.95 फीसदी हिस्सेदारी वॉलमार्ट को करीब 4 अरब डॉलर में बेचने का सौदा पूरा होने से पहले दी है। इसके साथ ही सॉफ्टबैंक ने फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर भारत सरकार को अल्पावधि पूंजी प्राप्ति कर चुकाने के लिए 71.75 अरब येन (करीब 64.8 करोड़ डॉलर) अलग रखे हैं। यह रकम फ्लिपकार्ट में अपनी समूची हिस्सेदारी बेचने से होने वाली प्राप्ति की 43.68 फीसदी है। शेयरों की बिक्री सॉफ्टबैंक द्वारा कंपनी में निवेश करने के 24 माह के अंदर की जा रही है। सॉफ्टबैंक ने अगस्त 2017 में फ्लिपकार्ट में 2.5 अरब डॉलर का निवेश किया था।
सॉफ्टबैंक ने 9 मई को वॉलमार्ट के साथ फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी बेचने का करार किया था लेकिन यह सौदा कब तक पूरा होगा, उसकी स्पष्ट समयसीमा नहीं बताई गई थी। वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट में 77 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 16 अरब डॉलर का निवेश कर रही है।
सॉफ्टबैंक ने जून में समाप्त तिमाही के नतीजे में कहा है, ‘फ्लिपकार्ट के उचित मूल्य में वृद्घि से सॉफ्टबैंक विजन फंड को शेयर बिक्र्री से करीब 4 अरब डॉलर मिलेंगे।’ पहली तिमाही में सॉफ्टबैंक का मुनाफा 49 फीसदी बढक़र 715 अरब येन (6.45 अरब डॉलर) रहा। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 479 अरब येन (4.32 अरब डॉलर) का मुनाफा हुआ था। सॉफ्टबैंक विजन फंड का परिचालन मुनाफा 245 अरब येन (2.21 अरब डॉलर) रहा, जो मुख्य रूप से फ्लिपकार्ट के मूल्यांकन बढऩे की वजह से हुई है।
फ्लिपकार्ट के अलावा जापानी कंपनी ने देश की सबसे बड़े डिजिटल भुगतान पेटीएम, टैक्सी एग्रीगेटर फर्म ओला, बजट होटल रूप प्रोवाइडर ओयो, डिजिटल विज्ञापन कंपनी इनमोबी और कुछ अन्य कंपनियों में निवेश किया है। अभी ऐसा लगता है कि सॉफ्टबैंक भारत में अपनी पोर्टफोलियो कंपनियों का विदेशों में विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। ओयो पहले ही चीन के बाजार में उतर चुकी है जबकि पेटीएम जापान में सेवाएं शुरू करने के लिए सॉफ्टबैंक के साथ साझेदारी कर रही है। ओला भी ऑस्ट्रेलिया में अपना विस्तार कर चुकी है।