तो इसलिए अमेजन को टक्कर देने में सक्षम हो जाएगी फ्लिपकार्ट

punjabkesari.in Tuesday, Aug 01, 2017 - 11:23 PM (IST)

नई दिल्लीः जापान की सॉफ्टबैंक ई-कॉमर्स फर्म फ्लिपकार्ट में लगभग 13,000 करोड़ रुपये (दो अरब डॉलर) का निवेश करने की योजना बना रही है। अगर एेसा संभव हुआ तो फ्लिपकार्ट को दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स फर्म अमेजन को कड़ी टक्कर देने में सहूलियत होगी।सूत्रों के मुताबिक जापानी कंपनी अपने सॉफ्टबैंक विजन फंड के जरिये भारतीय फर्म में डेढ़ से दो अरब डॉलर के निवेश की बातचीत कर रही है।

भारत के बाजार पर कब्जा करने के लिए इन दोनों ई-कॉमर्स कंपनियों में काफी समय से जंग चल रही है। अमेजन दूसरी तरफ भारत में पानी की तरह पैसा बहा रही है। इस साल अप्रैल में फ्लिपकार्ट को माइक्रोसॉफ्ट, ईबे और टेंसेंट से करीब 9,000 करोड़ रुपये (1.4 अरब डॉलर) की फंडिंग मिली थी। अमेजन इस साल जनवरी से अब तक भारत में 3,900 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। 

यह मामला इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि बीते दिन ही फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के बीच विलय की वार्ता टूट गई थी। कंपनी की स्नैपडील से विलय की बातचीत पांच माह से चल रही थी। सॉफ्टबैंक घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील की सबसे बड़ी निवेशक है। सूत्रों की मानें तो भले ही स्नैपडील और फ्लिपकार्ट की बातचीत टूट गई हो, इसके बावजूद सॉफ्टबैंक फ्लिपकार्ट में निवेश के लिए तैयार है। 

सॉफ्टबैंक की तरफ से फ्लिपकार्ट में इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने की खबरें भी आ रही थीं। जापानी कंपनी का स्नैपडील, ओला जैसे भारत के कई स्टार्टअप में निवेश है। सॉफ्टबैंक ने साल 2014 में भारत में 65,000 करोड़ रुपये निवेश करने का लक्ष्य तय किया था। इस साल मई में सॉफ्टबैंक ने पेटीएम में करीब 9,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था। जापानी कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि सॉफ्टबैंक विजन फंड हर विकल्प का स्वतंत्र रूप से आकलन करता है। इस खबर पर फ्लिपकार्ट ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 

उधर, फ्लिपकार्ट में ई-कॉमर्स कंपनी ईबे इंडिया का विलय पूरा हो गया है। ईबे.इन अब फ्लिपकार्ट की ग्रुप की कंपनी बन गई है। फ्लिपकार्ट अब ईबे.इन का संचालन खुद करेगी। इसके जरिये फ्लिपकार्ट के ग्राहकों को ईबे की ग्लोबल रेंज तक पहुंच होगी। साथ ही फ्लिपकार्ट के विक्रेताओं को भी ईबे के जरिये ग्लोबल प्लेटफॉर्म मिलेगा। कंपनी के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि इससे ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों को फायदा होगा।


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