GST के दौर में बेहतर रहेगी SME की वृद्धि

Saturday, Jun 03, 2017 - 03:38 PM (IST)

नई दिल्लीः वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के दौर में कारोबारी नियमों में अनिश्चितता को लेकर संदेह के बावजूद भारत में छोटे एवं मझोले उद्योग (एस.एम.ई.) अपने वैश्विक प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। वित्तीय सेवा क्षेत्र की दिग्गज अमरीकन एक्सप्रेस की ओर से कराए गए अध्ययन, अमरीकन एक्सप्रेस ग्लोबल एस.एम.ई. पल्स 2017 में पाया गया कि 'अर्थव्यवस्था में आशावाद' के मामले में भारत आगे है, जहां सर्वे में शामिल 71 प्रतिशत फर्मों ने बेहतर उम्मीद जताई है। वहीं एशिया की अर्थव्यवस्थाओं में जापान में 62 प्रतिशत, चीन में 54 प्रतिशत और सिंगापुर में 26 प्रतिशत लोगों ने ऐसा कहा है। वैश्विक रूप से यह आंकड़ा 65 प्रतिशत का है।

दुनिया के 15 देशों की कंपनियों के बीच कराए गए सर्वे में भारत की 300 से ज्यादा मझोले आकार की कंपनियां शामिल रहीं, जिनमें से 76 प्रतिशत ने उम्मीद जताई कि 2017 में राजस्व वृद्धि कम से कम 4 प्रतिशत ज्यादा रहेगी। मुनाफे के हिसाब से देखें तो 45 प्रतिशत ने अनुमान लगाया है कि 2020 तक सालाना मुनाफा प्रति वर्ष 8 प्रतिशत होगा। यह वैश्विक आंकड़ों से बहुत ज्यादा है, जहां सिर्फ 27 प्रतिशत एस.एम.ई. ने उम्मीद जताई है कि इस अवधि के दौरान शुद्ध मुनाफा 8 प्रतिशत से ज्यादा रहेगा। 

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