सिर्फ आठ महीने में चांदी आयात 41 गुना बढ़ा, पर कीमतें स्थिर

punjabkesari.in Friday, Nov 11, 2022 - 11:07 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत में चांदी की खपत इस साल लगभग 80% के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है। इस साल सिर्फ 8 महीने में चांदी का आयात 41 गुना बढ़कर 6,370 टन हो गया। यही वजह रही कि लंदन से हांगकांग तक के सर्राफा डीलरों की तिजोरी में चांदी की सूची घट गई है। सितंबर के अंत तक लंदन की तिजोरियों में चांदी की होल्डिंग गिरकर 27,102 टन हो गई, जो 2016 के बाद सबसे कम है। 

लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) के मुताबिक, 2020 और 2021 में भारतीयों ने चांदी की सबसे कम खरीदारी की। इस दौरान कोविड महामारी उभरने से सप्लाई चेन और डिमांड प्रभावित हुई थी। पिछले साल की आखिरी तिमाही में जब कोविड से जुड़ी पाबंदियों में ढील दी गई थी, तब से बड़ी संख्या में लोग सोना खरीदने के लिए आभूषण की दुकानों पर उमड़ पड़े। नतीजतन, सोने की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई लेकिन चांदी की मांग केवल 25 प्रतिशत ही बढ़ी। लेकिन इस साल चांदी की बिक्री तेजी से बढ़ी है, जबकि कीमतें मौटे स्तर पर स्थिर बनी हुई हैं।

जनवरी से अगस्त के बीच हुआ 6,370 टन चांदी का आयात 

वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, जनवरी से अगस्त के बीच 6,370 टन चांदी का आयात हुआ। ये पिछले साल की समान अवधि में हुए 153.4 टन चांदी के आयात से 41.5% गुना ज्यादा है। 2021 के पूरे साल में कुल 2,803.4 टन चांदी आयात की गई थी। देश में चांदी आयात बढ़ने की एक वजह इलेक्ट्रिक वाहन भी हैं, जिनमें ज्यादा चांदी इस्तेमाल होती है।

अगले तीन-चार महीने और मजबूत रह सकती है मांग

इस साल अब तक देश में चांदी की डिमांड बढ़ने की मुख्य वजह ठहरी हुई। मांग (पेंटअप डिमांड) निकलना है। मेटल्स फोकस के प्रिंसिपल कंसल्टेंट चिराग शेठ के मुताबिक, भारत में चांदी की मांग स्थिर होने से पहले अगले तीन-चार महीने तक मजबूती बनी रह सकती है। लेकिन कुल मिलाकर 2023 में खपत इस साल जितनी मजबूत नहीं होगी।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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