H1B वीजा पर बोले मित्तल, क्या भारत में फेसबुक, WhatsApp को बंद कर देना चाहिए?

Saturday, Apr 29, 2017 - 07:07 PM (IST)

नई दिल्लीः अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की संरक्षणवादी नीतियों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि क्या भारत को भी फेसबुक, गूगल और व्हाट्सएप्प को केवल इसलिए 'ना' कर देना चाहिए क्योंकि वे अमरीकी कंपनियां हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ सप्ताह से अमरीका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश अपने वीजा नियमों को सख्त करने में जुटे हैं और एच1बी वीजा नियमों में सख्ती की तैयारी की जा रही है। 

मित्तल ने कहा कि उन्हें अमरीकी संरक्षणवाद से बहुत चिंता नहीं हैं क्योंकि उनका बिजनस पूरी तरह 'घरेलू (भारतीय) बाजार' पर आधारित है लेकिन जब विदेशी कंपनियां भारत में बड़ा मुनाफा कमा रही हों तो भारतीय कामगारों को (अमरीका जाने से) रोकना बिल्कुल अनुचित है।

उन्होंने कहा, 'अगर आपके सामने ऐसे हालात पैदा हो जाते हैं कि अर्थव्यवस्था को गति देने वाले कुशल कामगारों के प्रवेश पर ही पाबंदी लगा दी जाए या भारतीय कंपनियों को सिर्फ इसलिए एक खास सैलरी देने के लिए मजबूर किया जाए ताकि वो उन देशों में प्रतिस्पर्धा के लायक ही नहीं बचें तो मुझे लगता है कि यह उन कंपनियों के खिलाफ अनुचित कार्रवाई है जो वहां (अमरीका में) व्यापार करना चाहती हैं।'

दरअसल, मित्तल से यह पूछा गया था कि अगर उनकी कंपनी एयरटेल को किसी खास देश में प्रवेश नहीं दिया जाए तो उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी? इसी सवाल पर मित्तल ने गूगल, फेसबुक और व्हाट्सएप्प का उदाहरण दिया जिनके भारत में करोड़ों यूजर्स हैं। इनका हवाला देते हुए मित्तल ने पूछा कि क्या इन कंपनियों को भारत में तब भी संचालन की अनुमति मिलनी चाहिए जबकि इसी तरह के एप्प भारतीय कंपनियों के भी हों?

उन्होंने कहा, 'आप ऐसी स्थिति में नहीं रह सकते कि एक तरफ तो फेसबुक के 20 करोड़, व्हाट्सएप्प के 15 करोड़ और गूगल के 10 करोड़ कस्टमर हों, क्या हमें यह कहना चाहिए कि हम फेसबुक और गूगल का भारत में संचालन नहीं चाहते। हमारे पास खुद के एप्स हैं।'

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