शेल-रिलायंस ने पन्ना-मुक्ता तेल-गैस क्षेत्र ओएनजीसी को लौटाने का लिया फैसला

Friday, Dec 20, 2019 - 02:44 PM (IST)

नई दिल्लीः रॉयल डच शेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज पन्ना-मुक्ता तेल एवं गैस क्षेत्र को इसके परिचालन के 25 साल पूरे होने के बाद सरकारी कंपनी ओएनजीसी को सौंपने वाली हैं। कंपनियों ने एक बयान में इसकी जानकारी दी है। इस तेल एवं गैस क्षेत्र का 25वां साल इस सप्ताह पूरा होने वाला है। इसके लिए 1994 में लाइसेंस दिया गया था।

भारत सरकार ने अरब सागर में मुंबई तट पर स्थित इस क्षेत्र का लाइसेंस 1994 में अमेरिका की कंपनी एनरॉन और रिलायंस इंडस्ट्रीज के समूह को दिया था। इस तेल एवं गैस क्षेत्र की खोज ओएनजीसी ने की थी और सरकार द्वारा मनोनीत होने के नाते इसमें ओएनजीसी की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एनरॉन के दिवालिया होने के बाद 2003 में उसकी हिस्सेदारी ब्रिटेन की कंपनी बीजी समूह ने खरीद ली। बाद में बीजी समूह की हिस्सेदारी 2016 में शेल ने खरीद ली। शेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास 30-30 प्रतिशत हिस्सेदारी है। शेल और रिलायंस ने लाइसेंस की अवधि समाप्त होने के बाद इसे बढ़ाये जाने की अपील नहीं करने का फैसला किया है।

रिलायंस और शेल ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘पन्ना-मुक्ता तेल एवं गैस क्षेत्र का 25 साल परिचालन करने के बाद पन्ना-मुक्ता एवं ताप्ती संयुक्त उपक्रम के भागीदार इस तेल एवं गैस क्षेत्र को 21 दिसंबर को पुन: सरकारी प्रतिनिधि ओएनजीसी को सौंप देंगे।'' इस तेल एवं गैस क्षेत्र में स्थित ताप्ती क्षेत्र में 2016 में उत्पादन बंद हो गया। इसे पहले ही 2016 में ओएनजीसी को सौंपा जा चुका है। अभी पन्ना-मुक्ता तेल एवं गैस क्षेत्र में रोजाना करीब 10 हजार बैरल कच्चा तेल और 14 करोड़ स्टैंडर्ड क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस का उत्पादन हो रहा है। इस क्षेत्र ने अब तक 21.1 करोड़ बैरल कच्चा तेल और 1,250 अरब क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस का उत्पादन किया है।

jyoti choudhary

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