ब्याज दरों में अप्रत्याशित कटौती से बाजार हुआ गुलजार

Sunday, Oct 04, 2015 - 10:35 AM (IST)

मुंबईः रिजर्व बैंक के अल्पकालिक नीतिगत दरों में अप्रत्याशित आधी फीसदी की कटौती से उत्साहित निवेशकों की ब्याज के प्रति संवेदनशील समूहों में दमदार लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह शेयर बाजार में तेजी रही। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 357.45 अंक अर्थात 1.38 प्रतिशत की छलांग लगाकर 26 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 26220.95 अंक और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 82.40 अंक यानि 1.05 प्रतिशत ऊपर 7900 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 7950.90 अंक पर रहा।

शुक्रवार (02 अक्तूबर) को गांधी जयंती पर अवकाश के कारण बीते सप्ताह शेयर बाजार में 4 दिन ही कारोबार हुआ। रिजर्व बैंक ने गत मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा में सबकों चौंकाते हुए अल्पकालिक नीतिगत दरों में अप्रत्याशित 0.50 फीसदी की कटौती की जिससे रेपो दर साढ़े 4 साल के निचले स्तर 6.75 पर आ गया। इससे मांग घटने की चुनौती की सामना कर रहे घरेलू उद्योग और अर्थव्यवस्था के मजबूत होने की उम्मीद में हुई लिवाली के बल पर सैंसेक्स और निफ्टी ने उड़ान भरी। अगस्त में 8 प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 2.6 फीसदी की बढ़ौतरी से भी निवेशधारणा मजबूत हुई। इसके अलावा बीते सप्ताह पूंजी बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों/ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के 91 करोड़ रुपए के शुद्ध निवेश से भी बाजार को छलांग लगाने में मदद मिली। 

उत्सर्जन घोटाले में वाहन निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन के फंसने से यूरोपीय बाजार में जारी गिरावट पर विराम लगने और एशियाई बाजारों में तेजी लौटने से निर्यातक कंपनियों के बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद में हुई लिवाली से भी घरेलू शेयर बाजार को समर्थन मिला। 

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