मौद्रिक नीति से मिलेगी बाजार को दिशा

Sunday, Aug 07, 2016 - 11:39 AM (IST)

मुंबईः अप्रत्यक्ष कर सुधार वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) की दर को लेकर आशंकित निवेशकों की सतर्कता से बीते सप्ताह मामूली बढ़त पर रहे शेयर बाजार को अगले सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों पर रिजर्व बैंक के रुख से दिशा मिलेगी।  

 

आर.बी.आई. की चालू वित्त वर्ष की दूसरी द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा मंगलवार को जारी होनी है। इसमें ब्याज दरों पर केंद्रीय बैंक के रुख की शेयर बाजार की चाल निर्धारित करने में अहम भूमिका रहेगी। हालांकि, मई और जून में महंगाई बढऩे के मद्देनजर समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद काफी कम है। इसके अलावा शुक्रवार शाम जुलाई की खुदरा महंगाई तथा जून के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी जारी होने हैं।  

 

बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सैंसेक्स 26.49 अंक की बढ़त के साथ 28 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 28,078.35 अंक और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन.एस.ई.) का निफ्टी 44.65 अंक बढ़कर 8,600 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर 8,683.15 अंक पर टिकने में सफल रहा। शेयर बाजार में 3 दिन गिरावट और अंतिम दो दिन तेजी दर्ज की गई।

 

देश में आजादी के बाद सबसे बड़े कर सुधार के तौर पर देखे जा रहे जी.एस.टी. विधेयक के राज्यसभा में पारित होने को लेकर बनी आशंकाओं के बीच सप्ताह के शुरूआती 3 दिन बाजार दबाव में रहा। बुधवार देर रात इसके राज्यसभा में पारित होने के बाद अगले दिन बाजार में मामूली तथा शुक्रवार को मजबूत तेजी रही। आई.सी.आई.सी.आई. बैंक और एलएंडटी जैसी दिग्गज कम्पनियों में हुई बिकवाली से सोमवार को सैंसेक्स 48.74 अंक फिसला। वहीं, विदेशी बाजारों की मंदी के दबाव में मंगलवार को यह 21.41 अंक टूट गया। मुनाफावसूली होने से बुधवार को यह 284 अंक लुढ़क गया। बैंक ऑफ इंग्लैंड के ब्याज दर में कटौती से विदेशी बाजारों के चढऩे से गुरुवार को सैंसेक्स 16.86 अंक बढ़ा लेकिन सप्ताहांत पर शुक्रवार को इसमें साढ़े 3 सप्ताह की एक दिन की सबसे बड़ी करीब 364 अंक की तेजी देखी गई।

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