अमेरिका-चीन की लड़ाई में भारतीय बाजार धराशायी

Wednesday, Apr 04, 2018 - 04:06 PM (IST)

नई दिल्लीः अमेरिका और चीन द्वारा आयात शुल्क का ‘व्यापार युद्ध’ के हथियार के रूप में इस्तेमाल करने से आशंकित निवेशकों की बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजार शुरुआती बढ़त खोते हुए आज गिरावट में बंद हुए। शेयर बाजार चालू वित्त वर्ष के 3 दिन के कारोबार में पहली बार लुढ़का है। 

विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों से बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सैंसेक्स 351.56 अंक की गिरावट में 33,019.07 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 116.60 अंक की गिरावट में 10,128.40 अंक पर बंद हुआ। 

अमेजॉन पर ट्रंप की टेढ़ी नजर 
विश्लेषकों के मुताबिक, मौजूदा वैश्विक परिदृश्य जोखिम भरे निवेश के प्रतिकूल बन गया है। एक तरफ आयात शुल्क को लेकर चीन और अमेरिका जैसी दो आर्थिक महाशक्तियां टकरा रही हैं तो दूसरी तरफ फेसबुक, अमेजॉन और एप्पल जैसी कंपनियां दबाव में हैं। फेसबुक यूजर्स डाटा चोरी को लेकर सुर्खियों में है तो अमेजॉन पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टेढ़ी नजर है। एप्पल अपने नए आईफोन की कमजोर बिक्री से परेशान है और गूगल के पास कोई नया उत्पाद नहीं है। टेक कंपनियां शेयर बाजार में काफी हिस्सेदारी रखती हैं और उनकी गिरावट वैश्विक बाजारों के साथ-साथ घरेलू शेयर बाजार के लिए भी घातक है। 

ब्याज दरों पर फैसले से पहले निवेशक सतर्क
आर.बी.आई. की पॉलिसी मीटिंग 4 से 5 अप्रैल को हो रही है। पॉलिसी मीटिंग के चलते निवेशक मार्केट को लेकर सतर्क रुख अपना रहे हैं। ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि आरबीआई ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं करेगा। जबकि इंडस्ट्री की डिमांड है कि महंगाई कम होने की वजह से दरों में राहत मिले। असल में एक्सपर्ट्स और खुद आरबीआई को लगता है कि महंगाई में कमी टेम्परेरी है, आगे क्रूड की महंगी कीमतों से महंगाई दर 5 फीसदी से ऊपर रह सकती है।

मिड- स्मॉलकैप शेयर
वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सभी गिरावट देखी गई। स्मॉलकैप 1.01 फीसदी और मिडकैप 0.92 फीसदी गिरा। निफ्टी मिडकैप 100 में 1.17 फीसदी गिरावट देखी गई।

टॉप गेनर
टाटा मोटर्स, आइशर मोटर्स, बजाज फायनैंस, एचयूएल, हीरो मोटोकॉर्प 

टॉप लूजर
यूपीएल, हिंडाल्को, टाटा स्टील, वेदांत, टाइटन कंपनी

jyoti choudhary

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