वर्ष 2016: शेयरों में आखिरी सप्ताह में मिली राहत

Saturday, Dec 31, 2016 - 12:21 PM (IST)

नई दिल्ली: वर्ष 2016 शेयर और सोने के निवेशकों के लिए मिला जुला रहा। शेयरों में निवेश करने वालों के लिए आखिरी सप्ताह राहत भरा रहा और वर्ष के उतार- चढ़ाव के बाद सैंसेक्स 2 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ जबकि सोने में सालाना आधार पर करीब 14 प्रतिशत बढ़त दर्ज की गई।  

वर्ष 2016 की शुरूआत में शेयर बाजारों में जो ऊंची उम्मीद बंधी थी वह वर्ष की समाप्ति आते-आते तक काफी कुछ धुल गई लेकिन दिसंबर के आखिरी एक दो सप्ताह में वैश्विक और घरेलू समर्थन से बंबई शेयर बाजार का सैंसेक्स 500 अंक ऊंचा रहकर 26,626.46 अंक पर बंद हुआ।   

हालांकि, वर्ष के दौरान कई बेहतर नए निर्गम बाजार में आए जिनसे निवेशकों की कुल संपत्ति बढ़ी है। सभी सूचीबद्ध शेयरों का कुल बाजार मूल्यांकन यदि किया जाए तो यह वर्ष के दौरान 6 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 106.23 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया।   टाटा समूह की कंपनी टीसीएस सबसे ऊपर रही। उसका बाजार मूल्यांकन 4.65 लाख करोड़ रुपए रहा। टाटा समूह में बोर्ड रूम में छिड़ी जंग के बावजूद टीसीएस सबसे मूल्यवान कंपनी बनी रही।  

टीसीएस के बाद मुकेश अंबानी समूह की रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 3.5 लाख करोड़ रुपए पर दूसरे नंबर पर रहा। उसके बाद एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और सार्वजनिक क्षेत्र की आेएनजीसी का स्थान रहा। निवेशकों के लिए उतार-चढ़ाव के बावजूद सोना राहत पहुंचाने वाला रहा। पिछले साल के मुकाबले इसमें 14 प्रतिशत का लाभ रहा। चांदी का भाव 18 प्रतिशत ऊंचा रहा। तमाम उठापटक के बावजूद शेयर बाजार में 2015 के मुकाबले स्थिति बेहतर रही है। पिछले 10 सालों में 3 साल सैंसेक्स नीचे रहा है, बाकी अवधि में 2016 का लाभ सबसे कम रहा। सैंसेक्स 2015 के अंतिम कारोबारी दिन के मुकाबले 509 अंक ऊंचा रहकर 26,626.46 पर बंद हुआ जबकि नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 247 अंक उंचा रहा। इनमें क्रमश: दो, तीन प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।

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