स्कूटर ने बढ़ाई टू-वीलर्स की बिक्री की रफ्तार

Monday, May 08, 2017 - 01:32 PM (IST)

मुंबईः देश में एक बार फिर से स्कूटर की सवारी करने वालों की संख्या बढ़ने लगी है। हाल के डेटा से पता चलता है कि टू-वीलर सेगमेंट में बिकने वाले हर तीन टू-वीलर में से अब एक स्कूटर होता है। इससे लगभग 25 वर्ष पहले शुरू हुआ मोटरसाइकिल की ओर झुकाव का ट्रेंड बदलने का संकेत मिल रहा है।

देश के बड़े शहरों में अब स्कूटर्स के लिए एक अलग पसंद नजर आ रही है। पिछले दो वर्षों में दिल्ली, मुंबई, बैंगलूर और हैदराबाद में बिकने वाले प्रत्येक दो टू-वीलर में से एक स्कूटर है। इसी तरह का आंकड़ा पुणे, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे शहरों में दर्ज किया गया है। 

सेल्स के इस डेटा से 1980 के दशक के मध्य की याद ताजा हो गई है, जब स्कूटर खरीदने के लिए महीनों का वेटिंग पीरियड होता था। इस देरी के कारण सरकार का मैन्युफैक्चरिंग पर नियंत्रण और स्कूटर्स की भारी डिमांड थी। हालांकि, अधिक माइलेज की वजह से लोगों ने बाद में बड़े टायर वाली मोटरसाइकिल को पसंद कर दिया। 

मोटरसाइकिल सेगमेंट को बदलने में हीरो ग्रुप और जापान की हौंडा के जॉइंट वेंचर की बड़ी भूमिका रही थी। देश के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में गड्ढे वाली सड़कों पर मोटरसाइकिल को चलाने में आसानी होने की वजह से भी लोग इसे खरीदना पसंद करते थे। पिछले कुछ वर्षों में स्कूटर्स में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन आने, सड़कों के बेहतर होने और स्कूटर खरीदने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ने से इनकी बिक्री में तेजी आ रही है।

पिछले 5 वर्षों में ही कुल टू-वीलर मार्कीट में स्कूटर्स की हिस्सेदारी 20 फीसदी से बढ़कर 33 फीसदी हो गई है। अगर स्कूटर्स की डिमांड नहीं बढ़ती तो कुल टू-व्हीलर मार्कीट की ग्रोथ नेगेटिव हो जाती। पिछले 5 वर्षों में मोटरसाइकिल की सेल्स सिंगल-डिजिट में बढ़ी है। 

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