करोड़ों ग्राहकों पर होगा सीधा असर, 1 अक्‍टूबर से बदल रहे हैं SBI के नियम

Thursday, Sep 12, 2019 - 01:31 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः अगर आप भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ग्राहक हैं तो आपके लिए एक अहम खबर है। दरअसल बैंक अपने कुछ सर्विस चार्जेस में बदलाव करने जा रहा है। नए नियमों के तहत बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं कर पाने पर चार्ज में लगभग 80 फीसदी तक की कमी की जाएगी। वहीं NEFT और RTGS जैसे डिजिटल मोड के जरिए ट्रांजेक्शन भी सस्ता हो जाएगा। नए सर्विस चार्ज 1 अक्टूबर 2019 से लागू होंगे।

मिनिमम बैलेंस पर चार्ज में कटौती
एसबीआई के बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं कर पाने पर चार्ज में लगभग 80 फीसदी तक कटौती की जाएगी। इस समय ग्राहक का बैंक खाता अगर मेट्रो सिटी और शहरी इलाके की ब्रांच में है तो खाते में मिनिमम बैलेंस 5,000 रुपए व 3,000 रुपए रखना होता है। लेकिन 1 अक्टूबर से मेट्रो सिटी या शहरी इलाके में मिनिमम बैलेंस 3 हजार रुपए रह जाएगा। इस लिहाज से मेट्रो सिटी में रहने वाले एसबीआई के ग्राहकों को 2 हजार रुपए की राहत मिली है। उसी तरह पूर्ण शहरी इलाके के एसबीआई खाताधारक को भी पेनाल्‍टी के मोर्चे पर बड़ी राहत दे दी गई है। इन इलाकों में किसी के खाते का मिनिमम बैलेंस 3000 रुपए से 75 फीसदी से ज्यादा कम हुआ तो 15 रुपए और जीएसटी का जुर्माना लगेगा। इस समय जुर्माने की राशि 80 रुपए अतिरिक्त GST है। दूसरी तरफ 50 से 75 फीसदी कम बैलेंस रखने वाले को 12 रुपए और GST चुकाना होगा, जो कि अभी 60 रुपए और GST है।

बैंक में RTGS सस्ता
अगर कोई व्यक्ति बैंक शाखा में जाकर के आरटीजीएस करता है तो इस बार उसको कम चार्ज देना होगा। हालांकि नेटबैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग या फिर योनो एप से किए जाने वाले ऐसे ट्रांजेक्शन पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।

  • 1 अक्टूबर से 2 से 5 लाख रुपए तक के आरटीजीएस पर 20 रुपए (जीएसटी अतिरिक्त) का चार्ज देना होगा। अभी यह 2 से 5 लाख रुपए तक के आरटीजीएस पर 25 रुपए है।
  • 5 लाख रुपए से ज्यादा की आरटीजीएस पर 40 रुपए (जीएसटी अतिरिक्त) का चार्ज देना होगा। अभी 5 लाख से ऊपर के आरटीजीएस पर 50 रुपए का चार्ज देना पड़ता है।

Supreet Kaur

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