SBI ने शुरू की मोबाइल कैश वैन, बैंकों में भीड़ में आएगी कमी

Saturday, Nov 19, 2016 - 11:50 AM (IST)

सूरतः 8 नवंबर को पीएम मोदी ने 500-1000 के नोटों को बंद करने का फैसला लिया था। इसके बाद से बड़े नोटों को छोटे नोट से बदलने के लिए मारामारी चल रही है। अब बड़े नोटों को बदलने, भुगतान सहित नए करेंसी के लिए बैंक में नहीं जाना होगा। यह सुविधा लोगों को उनके ही बीच मिलेगी। नोटबंदी से हो रही दिक्कत को देखते एस.बी.आई. ने शहरवासियों, खास तौर पर भीड़ वालों इलाकों पर बड़े नोट बदलने और निकासी सहित नए करेंसी उपलब्ध कराने की जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित कराने का फैसला लिया है।

धीरे-धीरे बढ़ेगी मोबाइल कैश वैन की संख्या
बैंक द्वारा मोबाइल कैश वैन का संचालन कराया जाएगा। शहरवासियों को मोबाइल कैश वैन की सुविधा मंगलवार से मिलेगी। एसबीआई अधिकारी के अनुसार मोबाइल कैश वैन संचालन की अनुमति के लिए पत्र शनिवार को मुंबई भेजा जाएगा और सोमवार तक अनुमति मिल जाएगी। इस बीच बैंक अपने मुख्य शाखा में ओवरड्राफ्ट खाता खोलेगा, जिसमें कैश वैन का हिसाब-किताब होगा। बैंक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल एक मोबाइल कैश वैन चलाया जाएगा। इसके बाद जब बड़े नोटों की बदली और निकासी ज्यादा होने लगेगी, तो मोबाइल कैश वैन की संख्या बढ़ा दी जाएगी। इससे सुविधा से लोगों को राहत मिलेगी।

भीड़ वाले इलाकों में मिलेगी ज्यादा सुविधा
एसबीआई अधिकारी ने बताया कि मोबाइल कैश वैन की सुविधा अन्य जगहों की अपेक्षा खलीफाबाग, वेरायटी चौक, स्टेशन चौक, कोतवाली चौक जैसे भीड़-भाड़ वाले जगहों पर ज्यादा मिलेगी। एेसे मोबाइल कैश वैन पूरे शहर में घूमेगा और जहां भीड़ दिखेगी, वहां खड़ा हो जाएगा और बड़े नोटों को बदलने और निकासी सहित नए करेंसी उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने बताया कि निकासी के लिए मोबाइल कैश वैन में पाेस मशीन रहेगा, जिसके डेबिट कार्ड के जरिए निकासी हो सकेगी।

नोट नियमों के तहत ही बदले जाएंगे
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक विनय कुमार ने बताया कि नोटबंदी से हो रही दिक्कत को देखते हुए एसबीआई ने मोबाइल कैश वैन संचालन कराने का फैसला लिया है। शहरवासियों को मंगलवार से सुविधा मिलने लगेगी। मोबाइल कैश वैन भीड़ वाले जगहों पर पहुंच कर बड़े नोट बदलने और निकासी सहित नए करेंसी उपलब्ध कराएगी। मोबाइल कैश वैन से बड़े नोट बदलने का काम नए नियम के तहत ही होगा।

मिलेगा परेशानी से छुटकारा 
नोटबंदी के फैसले से गरीबों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांगों, वेतनभोगियों व छोटे व्यापारियों सहित विभिन्न वर्गों के सामने गंभीर दिक्कतें आ रही हैं। इस वजह से एसबीआई ने यह उपाय करना जरूरी समझा है। बैंक अधिकारी का मानना है कि इस उपाय से हर वर्ग के लोगों की दिक्कतें दूर हो जाएंगी। बैंक में भीड़ में कमी आएगी। जिस काम के लिए लोग बैंक जाएंगे, वह काम उनके ही बीच होगा। 

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