Change in Banking Sector: SBI, HDFC, ICICI बैंकों में हुआ ये बदलाव, आपके लिए जानना है जरूरी
punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 04:25 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः अगर आप अक्सर ऑनलाइन बैंकिंग करते हैं, तो अगली बार अपने बैंक की वेबसाइट खोलने से पहले ज़रूर रुकिए। क्योंकि अब भारत में ऑनलाइन बैंकिंग का डिजिटल चेहरा पूरी तरह बदल गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है-देश के लगभग सभी बैंकों को अब अपनी वेबसाइट “.bank.in” डोमेन पर शिफ्ट करना होगा।
इस बदलाव में SBI, HDFC Bank, ICICI Bank, Axis Bank, Bank of Baroda जैसे सभी प्रमुख बैंक शामिल हैं यानी अब आपके बैंक की वेबसाइट sbi.bank.in, hdfc.bank.in, icici.bank.in जैसी होगी, न कि पुरानी “.com” या “.in” पर।
क्यों किया गया बदलाव?
पिछले कुछ सालों में फिशिंग (Phishing) यानी नकली बैंक वेबसाइटों के ज़रिए साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़े। ठग असली जैसी दिखने वाली वेबसाइट बनाकर (.com या .in एक्सटेंशन के साथ) लोगों से पासवर्ड, यूज़रनेम और OTP जैसी संवेदनशील जानकारी चुराते थे। क्योंकि “.com” या “.in” कोई भी व्यक्ति खरीद सकता था, इसलिए अपराधियों के लिए असली-जैसी साइट बनाना बेहद आसान था।
अब ठग नहीं बना पाएंगे नकली बैंक साइट
- RBI ने अब बैंकों को एक “सुपर-सिक्योर डोमेन” — .bank.in पर स्थानांतरित करने का आदेश दिया है।
- यह डोमेन किसी भी आम व्यक्ति या कंपनी के लिए उपलब्ध नहीं है।
- इसे केवल उन्हीं बैंकों को दिया जाता है,
- जिन्हें RBI से सीधे मंजूरी मिली हो और जो कड़ी सुरक्षा जांच पास करते हैं।
मतलब — अब कोई भी फर्जी वेबसाइट “sbi.bank.in” या “hdfc.bank.in” जैसा एड्रेस नहीं बना सकती।
यह डोमेन अपने आप में एक सुरक्षा गारंटी है, ठीक वैसे ही जैसे सरकारी वेबसाइटों के लिए “gov.in” या “nic.in” होता है।
आपके लिए क्या जरूरी है जानना
- पुरानी वेबसाइट्स जैसे sbi.com या hdfcbank.com पर न जाएं।
- हमेशा अपने बैंक की आधिकारिक “.bank.in” वेबसाइट ही खोलें।
- किसी भी SMS, ईमेल या लिंक पर क्लिक करने से पहले URL ज़रूर जांचें।
- अगर वेबसाइट का अंत “.bank.in” पर नहीं होता, तो लॉगिन न करें।
नए दौर की सुरक्षित बैंकिंग
RBI का यह कदम भारत में साइबर सुरक्षा और उपभोक्ता सुरक्षा के लिए अब तक का सबसे बड़ा डिजिटल सुधार माना जा रहा है। इससे न सिर्फ ठगी के मामलों में कमी आएगी, बल्कि ग्राहकों को यह भरोसा भी रहेगा कि वे असली बैंक वेबसाइट पर ही हैं।
