SBI की चीफ निजी बैंकों के हैड से 75 प्रतिशत कम लेती है सैलरी

Monday, Jun 26, 2017 - 09:41 AM (IST)

नई दिल्ली: दुनिया भर के 50 सबसे बड़े बैंकों में शामिल भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) की चीफ अरुंधति भट्टाचार्य की सैलरी प्राइवेट बैंकों के प्रमुखों से बहुत कम है। उनकी सालाना सैलरी जानकर और दूसरे बड़े प्राइवेट बैंकरों की सैलरी से तुलना कर आपको भी आश्चर्य होगा। शायद इसीलिए भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने पिछले साल अगस्त में इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था कि वेतन और भत्ते की वजह से देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में टॉप मैनेजमैंट पोस्ट पर टैलेंटेड लोग नहीं आते हैं।

कई बैंकों की वार्षिक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि एस.बी.आई. की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य को पिछले वित्त वर्ष में सालाना 28.96 लाख रुपए का वेतन मिला है जो प्राइवेट बैंक के प्रमुखों के वेतन से 75 प्रतिशत कम है। सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंक प्रमुखों की सैलरी की तुलना करने पर पता चला कि निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आई.सी.आई.सी.आई. बैंक की एम.डी. एंड सी.ई.ओ. चंदा कोचर को पिछले साल 2.26 करोड़ रुपए बतौर बेसिक सैलरी, 2.22 करोड़ रुपए बतौर बोनस और 2.43 करोड़ रुपए भत्ते के रूप में मिले हैं। यानी उन्हें सालाना 6.91 करोड़ रुपए का पैकेज मिला है। इसी तरह एक्सिस बैंक की एम.डी. एंड सी.ई.ओ. शिखा शर्मा को पिछले वित्त वर्ष में 2.7 करोड़ रुपए बतौर बेसिक सैलरी, 1.35 करोड़ रुपए बतौर वैरिएबल पे और 90 लाख रुपए पक्र्स और एच.आर.ए. के रूप में मिले हैं। यस बैंक के एम.डी. एंड सी.ई.ओ. राणा कपूर भी अधिक सैलरी पाने वालों में शामिल हैं। साल 2016-17 में उन्हें 6.8 करोड़ रुपए की सैलरी मिली है।

Advertising