धनतेरस पर भी सररफा बाजार रहा फीका: कैट

Friday, Oct 25, 2019 - 06:43 PM (IST)

नई दिल्लीः देश के खुदरा कारोबारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने शुक्रवार को कहा कि दिवाली जैसे त्यौहार की गहमागहमी इस बार पूरे देश के बाज़ारों में कहीं भी देखने को नहीं मिल रही है और सभी प्रकार के व्यापारों में गहरी मंदी है। कैट ने कहा कि धनतेरस के अवसर पर आज सोना, चांदी, बर्तन, किचन इक्विपमेंट्स, इलेक्ट्रॉनिक्स के व्यापारियों को कारोबार में खासी बढ़ोतरी की उम्मीद थी लेकिन देश भर में व्यापार बेहद सुस्त रहा और ग्राहकों की भारी कमी देखी गई। 

कैट की गोल्ड एंड ज्वेलरी कमेटी के अध्यक्ष पंकज अरोरा ने कहा की पिछले साल के मुकाबले आज सोना चांदी के व्यापार में लगभग 35 से 40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज़ की गई जो बेहद चिंतनीय है। देश भर के सोना चांदी के बाज़ारों में ग्राहकी बेहद कम रही और केवल शगुन के रूप में ही लोगों ने नाम मात्र का सोना चांदी ख़रीदा। धनतेरस के दिन जो की सोना चांदी की खरीदी के लिए बेहद शुभ माना जाता है पर मंदी से सभी व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष धनतेरस के दिन लगभग 17 हजार किलो के सोने की बिक्री हुई थी जबकि आज देश भर में लगभग 6 हजार किलो का व्यापार हुआ। चार महीने पहले सोने के आयात शुल्क में की गई वृद्धि के बाद से सोने का व्यापार पूरी तरह ठप है। हर वर्ष लगभग 900 टन सोना आयात होता है जबकि इस साल अभी तक केवल 400 टन सोना ही आयात हुआ है। 

आयात शुल्क में वृद्धि होने के बाद अवैध व्यापार तेजी से बढ़ा है जिसके कारण ईमानदारी से व्यापार करने वाले व्यापारी बेहद परेशान है। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि कमोबेश यही हाल बर्तन, किचन इक्विपमेंट और इलेक्ट्रॉनिक्स के व्यापार में रहा है। इन वस्तुओं में भी पिछले साल के मुकाबले आज लगभग 40 प्रतिशत व्यापार की गिरावट रही। धनतेरस पर इन वस्तुओं की खरीदी भी बेहद शुभ मानी जाती है और सभी वर्गों के लोग अपनी स्तिथि के अनुसार इन वस्तुओं की खरीद अवश्य करते हैं लेकिन आज धनतेरस के दिन पूरे देश में इन वस्तुओं की भी कोई ख़ास कारोबार न होने से व्यापारियों में अब लगभग दिवाली का उत्साह समाप्त हो गया है। 

jyoti choudhary

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