सहारा-बिड़ला ग्रुप पर नेताओं को फंडिंग करने का आरोप, SC करेगा सुनवाई
Tuesday, Nov 22, 2016 - 03:31 PM (IST)
नई दिल्लीः सहारा और बिड़ला ग्रुप की ओर से राजनेताओं को फंड देने के आरोप की याचिका सुनने के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। दो बड़ी कंपनियों पर पड़े छापों में बरामद दस्तावेजों की जांच के लिए गैर-सरकारी संगठन कॉमन कॉज ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
छापों में फंडिंग के दस्तावेज बरामद
एन.जी.ओ. का आरोप है कि इन दोनों कंपनियों पर पड़े छापों में कई दस्तावेज बरामद हुए थे, जिनमें देश की अलग-अलग पार्टियों के नेताओं और अधिकारियों को फंडिंग देने का उल्लेख किया गया है। कॉमन कॉज ने नेताओं को दी गई फंडिंग की जांच कराने के लिए एक विशेष जांच दल (एस.आई.टी.) बनाने की अपील की थी।
केजरीवाल का मोदी पर आरोप
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आदित्य बिड़ला ग्रुप पर अक्टूबर 2013 में छापा मारा था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सभी दस्तावेज जब्त किए। उस वक्त बिड़ला ग्रुप के ग्रुप एक्जीक्यूटिव शुभेंदू अमिताभ के लैपटॉप, ब्लैकबेरी को चेक किया था। इसमें एक एंट्री गुजरात सीएम के नाम 25 करोड़ रुपए की पाई गई है। उन्होंने कहा, ‘गुजरात के सीएम के आगे 25 करोड़ और ब्रैकेट में लिखा है ‘12 डन’ और रेस्ट? गुजरात का सीएम कौन थे उस टाइम....नरेंद्र मोदी जी 2012 में।’
पैसे देने का आरोप
सहारा पर कई बड़े राजनेताओं को पेमेंट देने का आरोप है। इसमें 2013-14 में गुजराज, दिल्ली, छत्तीगढ़ और मध्य प्रदेश के ‘सीएम’ को बड़ी राशि देने की एंट्री की गई है। कॉमन कॉस की एप्लीकेशन में 2013 में हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के ऑफिस और दिल्ली और नोएडा (2014) में सहारा इंडिया ग्रुप ऑफिसों के दौरान सीबीआई और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से जब्त दस्तावेजों के तहत आरोप लगाया है।