ज्यादातर मुद्राओं में रुपया बेहतर

Friday, Sep 02, 2022 - 06:06 PM (IST)

नई दिल्लीः अगस्त में ध्यान आकर्षित करने वाली एक घटना की एक बात करें, तो वह थी डॉलर इंडेक्स में मजबूती, जो पिछली बार 20 साल पहले देखी गई थी। इसकी वजह यह थी कि फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी जारी रखने को लेकर हर तरह का संदेह दूर कर दिया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ज्यादातर मुद्राओं को झटका लगा और कमजोरी दर्ज करने वाली अधिकतर मुद्राएं उभरते बाजारों की थी। उतार-चढ़ाव के बीच रुपए ने हालांकि खासी सुदृढ़ता की प्रदर्शन किया और ज्यादातर समकक्ष मुद्राओं के मुकाबले बेहतर रहा। 

माह के दौरान रुपए में डॉलर के मुकाबले 0.2 फीसदी की कमजोरी दर्ज हुई। मंगलवार को यह इंडेक्स 109.09 पर बंद हुआ। भारतीय मुद्रा का प्रदर्शन आठ उभरते बाजारों की मुद्राओं मसलन मलेशियाई रिंगिट, सिंगापुर डॉलर, तुर्की की लीरा, ताइवान डॉलर, फिलिपींस पेसो, चीन के युआन, दक्षिण अफ्रीका के रैंड और दक्षिण कोरिया के वॉन के मुकाबले बेहतर रहा। इन मुद्राओं में डॉलर के मुकाबले 0.6 फीसदी से लेकर 2.9 फीसदी तक की गिरावट आई। 

जापानी येन, ब्रिटिश पाउंड, स्वीडन क्रोनर के मुकाबले भी रुपए का प्रदर्शन बेहतर रहा, जिनमें डॉलर के मुकाबले 4 से 5 फीसदी की नरमी देखने को मिली है। रुपए के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने वाली मुद्राओं में इंडोनेशियाई रुपैया, यूएई दिरहम, हॉन्गकॉन्ग डॉलर, मेक्सिकन पेसो, थाई बहट, ब्राजीलियन रियाल और रूसी रूबल शामिल हैं। 

रुपए को सहारा देने वाली प्राथमिक वजहों में आरबीआई की तरफ से अपने भंडार से डॉलर की बिकवाली रही। जब सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 80.13 के नए निचले स्तर पर आ गया तो केंद्रीय बैंक ने बाजार में हस्ताक्षेप किया और अकेले उस दिन 1 अरब से ज्यादा डॉलर की बिकवाली की।

jyoti choudhary

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