लॉकडाउन से कैश लेनदेन में आई कमी, मार्च में RTGS ट्रांजैक्शन 34% बढ़ा

Monday, Apr 20, 2020 - 10:38 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए मार्च महीने में देशव्यापी लॉकडाउन शुरू हुआ। लॉकडाउन के बाद से डिजिटल ट्रांजैक्शन में बहुत ज़्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डाटा के मुताबिक, मार्च में बैंकों के रियल टाइम ग्रॉस सेलटमेंट (RTGS) ट्रांजैक्शन में 34 फीसदी की तेजी की दर्ज की गई है। मार्च में RTGS के माध्यम से 120.47 लाख करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है, जो फरवरी 2020 में यह आकड़ा 89.90 लाख करोड़ रुपए था।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक इंडस्ट्री के सूत्रों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते कैश और कैश आधारित सेवाओं में गिरावट आई है। इस दौरान डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए एटीएम (ATM) से कैश निकासी में कमी आई है। कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने से मल्टीनेशनल कॉरपोरेशंस और छोटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों को पालन करने के चलते मार्च के तीसरे और चौथे हफ्ते में डिजिटल फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन में तेजी आई।

मार्च में 552.26 करोड़ हुए डिजिटल ट्रांजैक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च में देशभर में कुल 552.26 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन हुए। इनमें से 107.78 करोड़ महीने के पहले हफ्ते और 95.57 करोड़ ट्रांजैक्शन दूसरे हफ्ते में किए गए। डाटा के अनुसार, तीसरे और चौथे हफ्ते में इन ट्रांजैक्शन में 124.73 करोड़ और 224.16 करोड़ की तीव्र बढ़ोतरी हुई। सरकार ने 24 मार्च से 21 दिनों का देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया था और फिर बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया है।

मार्च में 15 फीसदी की ग्रोथ
फरवरी 2020 के मुकाबले मार्च के तीसरे और चौथ हफ्ते के दौरान डिजिटल पेमेंट्स में 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जनवरी में प्रतिदिन 16.8 करोड़ और फरवरी में 16.2 करोड़ के मुकाबले मार्च में प्रतिदिन डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़कर 18.5 करोड़ तक पहुंच गए।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने मार्च में 125 करोड़ से अधिक ट्रांजैक्शन रिजस्टर्ड किए और इसके जरिए 2.06 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ। NPCI अपने यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सर्विसेज को गूगल पे और वॉलमार्ट के फोनपे जैसे अन्य भुगतान ऐप को सर्विस प्रदान करता है।

jyoti choudhary

Advertising