जेपी इन्फ्राटेक को दिवालिया होने से बचाने के लिए 10,000 करोड़ रुपए की पेशकश

Tuesday, May 08, 2018 - 10:44 AM (IST)

नई दिल्लीः जेपी ग्रुप के प्रवर्तक मनोज गौड़ ने जेपी इन्फ्राटेक को दिवाला प्रक्रिया से निकालने के प्रयासों के तहत 10,000 करोड़ रुपए की पुनरूत्थान योजना की पेशकश की है। सूत्रों ने बताया कि गौड़ ने बैंकों के कर्ज चुकाने तथा फंसी आवासीय परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए उक्त राशि लगाने का प्रस्ताव किया है।

गौंड़ की इस पेशकश में बैंकों के 9,800 करोड़ रुपए का आंशिक भुगतान, कर्जदाता बैंकों को कंपनी में इक्विटी हिस्सेदारी और अधूरी आवासीय परियोजनाओं को पूरा करना शामिल है। उनकी यह पेशकश दिवाला प्रक्रिया के तहत जेपी इंफ्राटेक के तहत मिली सबसे बेहतर बोली से 25 प्रतिशत ऊंची है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कर्जदाता समिति (सीओसी) ने इस पेशकश को स्वीकार किया है या नहीं।

उल्लेखनीय है कि लक्षद्वीप प्राइवेट लिमिटेड ने भी जेपी इंफ्राटेक के लिए बोली की पेशकश की है। सुधीर वालिया के नेतृत्व वाली सुरक्षा ऐसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी और मुंबई की दोस्ती रियल्टी के संयुक्त उद्यम लक्ष्द्धीप ने कुछ सप्ताह पहले जेपी इंफ्रोटेक के लिये 7,350 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। सूत्रों के अनुसार कर्जदाताओं की समिति इन बोलियों पर अगले दो दिन में विचार कर सकती है।    

Supreet Kaur

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