रूसी कंपनियां खरीदेगी 72,800 करोड़ रुपए में एस्सार ऑयल

Saturday, Oct 15, 2016 - 04:54 PM (IST)

पणजीः दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी रोसनेफ्ट ऑयल कंपनी के नेतृत्व में रूसी कंपनियों का कंसोर्टियम निजी क्षेत्र की दूसरी बड़ी भारतीय तेल कंपनी एस्सार ऑयल के 98 फीसदी शेयर को 10.9 अरब डॉलर अर्थात 72,800 करोड़ रुपए में खरीदने पर सहमत हो गया है जो अब तक देश का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में भारत रूस शिखर बैठक के बाद दोनों देशों की कंपनियों के बीच सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर करने के दौरान ही इस सौदे का करार किया गया। इसके साथ ही कंसोर्टियम वाडिनार स्थित एस्सार के बंदरगाह को 13,300 करोड़ रुपए अर्थात 2 अरब डॉलर में खरीदने पर भी सहमत हुआ है। रूसी कंपनियों के कंसोर्टियम में रोसनेफ्ट के साथ ही कमोडिटी क्षेत्र की कंपनी ट्राफिगुरा और निजी निवेश कंपनी यूनाइटेड कैपिटल पार्टनर्स शामिल है। इस करार के अनुसार इस वर्ष के अंत तक सौदे को पूरा किया जायेगा जो विभिन्न नियामकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा।  

एस्सार ऑयल की वाडिनार स्थित रिफाइनरी देश में रिफानइरी उत्पादन में 9 फीसदी हिस्सेदारी रखती है और पूरे देश में कंपनी के 2,700 रिटेल आउटलेट भी हैं। इस बीच विश्लेषकों ने कहा कि देश विदेश में कोयला और बिजली के साथ ही दूसरे क्षेत्र में तेजी से अधिग्रहण कर रहा एस्सार समूह अभी भारी ऋण में दबा है और बैंक कर्ज चुकाने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं। इस सौदे से समूह को करीब 80 हजार करोड़ रुपए के ऋण को चुकाने में मदद मिलेगी और वह दूसरे कारोबार पर ध्यान केन्द्रित कर सकेगी। 
 

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