ई-वाणिज्य से देश के खुदरा क्षेत्र में क्रांति: अमिताभ कांत

Tuesday, Mar 05, 2019 - 06:51 PM (IST)

नई दिल्लीः नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि ई-वाणिज्य ने देश में खुदरा क्षेत्र में क्रांति ला दी है और आने वाले समय में देश की वृद्धि में इसकी बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि देश के खुदरा बाजार से अगर वृद्धि को गति मिलती है, देश का सकल घरेलू उत्पाद भी बढ़ेगा और इसके परिणामस्वरूप रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। 

कांत ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘ई-वाणिज्य बाजार ने देश के खुदरा क्षेत्र में क्रांति ला दी है और अब इसे कोई नहीं रोक सकता।’’ नीति आयोग के सीईओ के अनुसार देश की वृद्धि दर फिलहाल 7 प्रतिशत से ऊंची है और अगर देश को 9 प्रतिशत की दर से वृद्धि करनी है तो ई-वाणिज्य बाजार को बड़ी भूमिका निभानी होगी। हाल ही में केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने देश के आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को कम कर 7 प्रतिशत कर दिया है जो पहले 7.2 प्रतिशत था। डेलायट इंडिया तथा रिटेल एसोसिएशन आफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार संगठित खुदरा क्षेत्र में अच्छी वृद्धि से भारत का ई-वाणिज्य बाजार 2021 तक 84 अरब डॉलर का हो जाएगा जो 2017 में 24 अरब डॉलर था।  

कांत ने कहा कि उपभोक्ता के व्यवहार में बदलाव आने के बावजूद देश में परंपरागत और आधुनिक खुदरा बाजार (ई-वाणिज्य) दोनों ही देश में बने रहेंगे। कार्यक्रम में खुदरा व्यापारियों के संगठन कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि आनलाइन कारोबार से जुड़ी कंपनियां बाजार खराब करने वाली कीमत, बड़े स्तर दी जा रही छूट जैसे कदमों से ई-वाणिज्य बाजार को नुकसान पहुंचा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को ई-वाणिज्य के लिए नियामकीय प्राधिकरण गठित करना चाहिए तथा ई-वाणिज्य के लिये डिलीवरी के बाद भुगतान की व्यवस्था पर पाबंदी होनी चाहिए।’’
 

jyoti choudhary

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