खाद्य पदार्थों के सस्ता होने से थोक महंगाई में राहत

Friday, Oct 14, 2016 - 05:26 PM (IST)

नई दिल्लीः खुदरा महंगाई के बाद सितंबर में थोक महंगाई भी कम हुई है। हरी सब्जियों, प्याज तथा दूध के साथ रसोई गैस तथा खनिज आदि के सस्ता होने से यह घटकर तीन महीने के निचले स्तर 3.57 प्रतिशत पर आ गई। इस साल अगस्त में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मु्द्रास्फीति की दर 3.74 प्रतिशत तथा पिछले साल सितंबर में शून्य से 4.59 प्रतिशत पर रही थी। इससे पहले गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में खुदरा महंगाई भी घटकर 13 महीने के निचले स्तर 4.31 प्रतिशत पर आ गई।

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अप्रैल से सितंबर के बीच औसत थोक महंगाई दर 4.28 प्रतिशत रही है जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में यह 0.23 प्रतिशत रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की महंगाई दर अगस्त के 8.23 प्रतिशत की तुलना में बड़ी गिरावट के साथ 5.75 प्रतिशत पर आ गई। यह गिरावट मुख्य रूप से प्याज तथा हरी सब्जियों के दाम में कमी के कारण देखी गई है। सितंबर 2015 की तुलना में गत सितंबर में प्याज 70.52 प्रतिशत तथा सब्जियां 10.91 प्रतिशत सस्ती हुई हैं। वहीं आलू के दाम 73.31 प्रतिशत बढ़े हैं। 

अन्य खाद्य पदार्थों में अगस्त की तुलना में फलों तथा दूध की महंगाई दर बढ़कर क्रमश: 14.10 प्रतिशत तथा 3.71 प्रतिशत पर पहुंच गई। अन्य खाद्य पदार्थों की महंगाई दर अगस्त की तुलना में कम हुई है। मोटे अनाजों के लिए यह 6.84 प्रतिशत, चावल के लिए 4.66 प्रतिशत, गेहूं के लिए 7.01 प्रतिशत, दालों के लिए 23.99 प्रतिशत तथा अंडे और मांस-मछली के लिए 7.44 प्रतिशत रही। अखाद्य प्राथमिक उत्पादों में साल दर साल आधार पर खनिजों के दाम 5.01 प्रतिशत घट गए जबकि फाइबर 18.74 प्रतिशत महंगे हो गए। ईंधन एवं बिजली वर्ग के उत्पादों की महंगाई दर 5.58 प्रतिशत रही है। इसमें रसोई गैस 1.30 प्रतिशत सस्ती हुई है जबकि डीजल 19.08 प्रतिशत महंगा हुआ है। पैट्रोल की महंगाई दर 1.25 प्रतिशत रही। विनिर्मित उत्पादों में इस्पात तथा सेमीज 6.40 प्रतिशत, धातु तथा मिश्र धातु तथा इनके उत्पाद 1.23 प्रतिशत तथा सिंथेटिक कपड़े 1.37 प्रतिशत सस्ते हुए। इस श्रेणी में सबसे ज्यादा महंगाई दर 3.40 प्रतिशत लकड़ी तथा इसके उत्पादों की रही।

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