रिपोर्ट में खुलासा, उबर के 100 से ज्यादा ड्राइवरों पर यौन उत्पीड़न का आरोप

Tuesday, May 01, 2018 - 01:42 PM (IST)

नई दिल्लीः एप के जरिए लोगों को कैब सर्विस देने वाली कंपनी उबर के बारे में हैरानीजनक खुलासा किया गया है। एक अंग्रेजी वेबसाइट सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 100 से अधिक उबर और लिफ्ट ड्राइवरों ने यात्रियों का यौन उत्पीड़न किया है।


बढ़ी अपराध की घटनाएं
वेबसाइट ने अमेरिका में पुलिस रिपोर्टों, फेडरल कोर्ट और काउंटी कोर्ट डेटाबेस को देखने के बाद पाया कि पिछले चार वर्षों में, कम से कम 103 उबर ड्राइवर और 18 लिफ्ट चालकों ने कथित तौर पर यात्रियों को जबरन छुआ या उनका अपहरण किया गया। उबर और लिफ्ट से प्रतिदिन लाखों लोग सवारी करते हैं। जैसे-जैसे लोगों के बीच यह कैब्स मशहूर होती गई वैसे वैसे आए दिन इनमें ड्राइवरों द्वारा यात्रियों पर हमले की खबरें बढ़ती गई। उबर और लिफ्ट दोनों ने इस तरह के आरोपों पर कोई डेटा जारी करने से इनकार कर दिया है।

कंपनियां करती हैं अधूरी जांच पड़ताल
कैलिफ़ोर्निया, कोलोराडो, मैसाचुसेट्स और टेक्सास समेत कुछ राज्यों ने पहले से ही उबेर और लिफ्ट के खिलाफ जांच शुरु कर दी थी और उन पर आरोप लगाया था कि  यह कंपनियां ड्राइवर रखने से पहले अच्छी तरह से छानबीन नहीं करती और आपराधिक इतिहास वाले ड्राइवरों को काम पर रखती हैं। उबर और लिफ्ट दोनों अपनी पृष्ठभूमि जांच करने के लिए चेकर नामक एक थर्ड-पार्टी स्क्रीनिंग कंपनी का उपयोग करते हैं। चेकर राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय डेटाबेस के आधार पर सात वर्षीय आपराधिक इतिहास की जांच कर सकती है। यह राष्ट्रीय सेक्स अपराधी सार्वजनिक वेबसाइट और अन्य डेटाबेस भी देखती है।

कंपनी पर दायार हुए मुकदमे
यौन हमले के आरोपों पर उबर के खिलाफ कम से कम तीन मुकदमे दायर किए गए हैं। पहले उबर ने 2015 में जेन डोस द्वारा किए गए मुकदमे को निपटाया। 2015 में कंपनी पर एक और मुकदमा ठोका गया जिसमें भारत में एक महिला ने उबेर चालक पर बलात्कार का आरोप लगाया। उबर ने इस मामले को भी सुलझाया लेकिन पिछले साल यह मामला फिर चर्चा में आ गया जब उबर के अधिकारियों ने उस, महिला के मेडिकल रिकॉर्ड प्राप्त किए और उनका गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया। लॉस एंजिल्स में रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया कि उबेर चालक ने कार में सोते समय उस पर हमला किया और फिर उसे घर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। महिलाओं के वकीलों का कहना है कि ड्राइवरों को लेकर उबेर की जांच-पड़ताल  अपर्याप्त है। उबेर को ड्राइवर रखने से पहले जांच का तरीका बदलना होगा। ड्राइवरों द्वारा कथित यौन उत्पीड़न और हमलों के संबंध में जो कार्रवाई बनती है वो करनी चाहिए।

Supreet Kaur

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