कोरोना के बीच राहत भरी खबर, सस्ती हो सकती है CNG और रसोई गैस

Monday, Aug 17, 2020 - 03:58 PM (IST)

नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी की वजह से महंगाई दर में भी बढ़ोत्तरी हुई है। बढ़ी हुई महंगाई के बीच अब लोगों का राहत मिलने वाली है। खबरों की मानें तो रसोई गैस (LPG), CNG और PNG की कीमतों में कटौती की जा सकती है। बता दें गैस की कीमतों हर छह महीने में तय की जाती है। इससे पहले अप्रैल माह में गैस के दाम तय किए गए थे। अब अक्टूबर में तय होने वाली नैचुरल गैस कीमतें 1.90-1.94 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू (MMBTU) पर आ सकती हैं, जोकि बीते 10 सालों में सबसे कम दाम होगा।


सूत्रों के अनुसार, 1 अक्टूबर 2020 से नैचुरल गैस की कीमत में संशोधन होना है। गैस निर्यातक देशों (Natural Gas Exporters) बेंचमार्क रेट के हिसाब से गैस का दाम घटकर 1.90 से 1.94 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (MMBTU) रह जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो एक साल के भीतर तीसरी बार नैचुरल गैस की कीमतों में कटौती होगी। अप्रैल महीने में नैचुरल गैस की कीमतों में करीब 26 प्रतिशत की कटौती की थी। इससे गैस के दाम घटकर 2.39 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू रह गए थे।


अगर गैस की कीमते घटती है तो देश की सबसे बड़ी तेल और गैस बनाने वाली कंपनी ONGC का घाटा बढ़ जाएगा। ONGC को साल 2017-18 में गैस बिजनेस में करीब  4,272 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। चालू वित्त वर्ष में यह घाटा बढ़कर 6,000 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है। ONGC को हर दिन 6.5 करोड़ घनमीटर गैस उत्पादन पर नुक्सान हो रहा है। सरकार ने मई 2010 में बिजली और उवर्रक कंपनियों को बेची जाने वाली गैस का दाम 1.79 डॉलर प्रति इकाई से बढ़ाकर 4.20 डॉलर प्रति इकाई किया था।


ONG और ऑयल इंडिया को गैस उत्पादन के लिए 3.818 डॉलर प्रति यूनिट का दाम मिलता था. इसमें 10 परसेंट रॉयल्टी जोड़ने के बाद ग्राहकों के लिए इसकी लागत 4.20 डॉलर बैठती थी। कांग्रेस की यूपीए (UPA) सरकार ने 2014 में एक नए मूल्य फॉर्मूले को मंजूरी दी थी। लेकिन बीजेपी के नेतृत्‍व वाली एनडीए (NDA) सरकार ने इसे रद्द कर नया फॉर्मूला पेश किया। नए प्लान के तहत पहले संशोधन के समय गैस के दाम 5.05 डॉलर प्रति इकाई रहे। लेकिन बाद गैसों के दामों में लगातार गिरावट देखने को मिली।

rajesh kumar

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