टैलीकॉम इंडस्ट्री में दूसरा राउंड भी रहेगा जियो के नाम!

Thursday, Feb 23, 2017 - 02:47 PM (IST)

नई दिल्लीः मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम के पास अभी 10 करोड़ ग्राहक हैं। मार्कीट एनालिस्टों के अनुसारन अगर वह 1 अप्रैल के बाद इसमें से आधे से कुछ अधिक ग्राहकों को साथ बनाए रखती है तो भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेलुलर की तुलना में वह फायदे में रहेगी। कंपनी 1 अप्रैल से ग्राहकों से चार्ज वसूलने जा रही है।

अप्रैल से ग्राहकों से चार्ज वसूलेगी कंपनी
कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मंगलवार को कहा था कि जियो के मौजूदा ग्राहकों को प्राइम मेंबरशिप के लिए एक बार 99 रुपए देने होंगे और उन्हें 303 रुपए के मंथली चार्ज पर अनलिमिटेड वॉयस और डेटा सर्विस मिलती रहेगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो कस्टमर्स जियो के साथ बने रहते हैं, वे अपने पहले सिम (भारती या वोडाफोन या आइडिया का) पर डेटा यूसेज में भारी कमी करेंगे। हो सकता है कि वे उन कंपनियों के सस्ते प्लान पर शिफ्ट कर जाएं। वहीं, कई ग्राहक तो दो कंपनियों का प्लान भी यूज नहीं करना चाहेंगे। इन कंपनियों को आमतौर पर ऐसे ग्राहकों से 50 पर्सेंट रेवेन्यू मिल रहा है।

पहला राउंड जियो के नाम
ब्रोकरेज फर्म सैनफर्ड बर्नस्टाइन ने एक नोट में लिखा है, '6 महीने तक की फ्री सर्विस वाला पहला राउंड जियो के नाम रहा। अगर कंपनी के 5 करोड़ ट्रायल यूजर्स भी मार्च अंत तक प्राइम प्लान को अपनाते हैं तो दूसरा राउंड भी उसी के नाम रहेगा।' ब्रोकरेज का कहना है कि जियो पहली बार करोड़ों भारतीय तक हाई स्पीड मोबाइल डेटा सर्विस लेकर जा रही है। इससे नई उम्मीद जगी हैं।

इन कंपनियों पर पड़ेगा बुरा असर
एक्सपर्ट्स के मुताबिक भारती, वोडाफोन और आइडिया के हाथ से काफी ग्राहक निकल सकते हैं, जिससे उनकी आमदनी कम होगी। विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि उसकी नजर इस पर बनी हुई है कि बड़ी टैलीकॉम कंपनियां बदले में कौन से प्लान पेश करती हैं। एचएसबीसी के एनालिस्ट भी इससे सहमत हैं कि इन टैलीकॉम कंपनियों को जियो के ऑफर के चलते नुकसान होगा। उनका कहना है कि बड़ी टैलीकॉम कंपनियों को अपनी डेटा कैपेसिटी तेजी से बढ़ानी पड़ेगी और 4जी पर अधिक ध्यान देना होगा।

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