डिजिटल सोसायटी के लिए नए समाधान तैयार कर रही है रिलायंस जियो

Sunday, Sep 25, 2016 - 01:26 PM (IST)

मुंबई: अपनी 4जी सेवाआें की शुरआत के साथ देश के टैलीफोनी बाजार में हलचल मचा देने वाली रिलायंस जियो केवल दूरसंचार कंपनी बनकर नहीं रहेगी उसकी बल्कि उसकी निगाह भावी डिजिटल सोसायटी से पैदा होने वाले कारोबारी अवसरों पर है। 

कंपनी की टीमें इसी तरह के भविष्योन्मुखी डिजिटल समाधानों की तैयारी में जुटी हैं।  कंपनी प्रबंधन का मानना है कि आने वाले दिनों में दूरसंचार उद्योग में वायस कॉल व इसका शुल्क बेमानी हो जाएगा और सारा खेल इंटरनैट, डेटा व इंटरनैट आफ थिंग्स (आईआेटी) का होगा तथा जियो का सारा ध्यान इसी पर है। रिलायंस जियो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया पर जोर दिए जाने तथा लोगों में स्मार्टफोन के बढ़ता प्रचलन एक नयी डिजिटल अर्थव्यवस्था खड़ी करेगा जिसमें वह बड़ी हिस्सेदारी हासिल करना चाहेगी। यही कारण है कि रिलायंस जियो की टीम परंपरागत टैलीफोनी या मोबाइल समाधानों से इतर एेसे समाधानों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जो भविष्य में उपयोक्ताआें के बात करने ही नहीं बल्कि जीने के ढंग को ही बदल दें। 

कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि उनका एक एेसा ही उत्पाद एफ.टी.टी.एच. प्रौद्योगिकी आधारित इंटरनैट सेवा है। अधिकारी ने कहा, ‘इस हाईस्पीड इंटरनैट की स्पीड एक जी.बी.पी.एस. तक होगी जो कुछ एम.बी.पी.एस. तक स्पीड वाले मौजूदा माहौल में कल्पनातीत है।’’ एक जीबी प्रति सैकेंड डाटा डाऊनलोड की रफ्तार 1 एम.बी.पी.एस. की 1000 गुणा होती है। उन्होंने कहा कि यह प्रौद्योगिकी किसी आम टी.वी. को स्मार्ट टी.वी. में में ही नहीं बदलेगी यह टी.वी. देखने, गेम खेलने, संगीत सुनने के हमारे सारे तौर तरीकों को बदल देगी। उदाहरण के तौर पर उपयोक्ता रिमोट पर आवाज लगा कर टी.वी. चैनल बदल सकेगा।  

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