एयरटेल के विज्ञापन से शुरू हुआ हाईस्पीड डाटा वॉर कोर्ट तक जा पहुुंचा

Monday, Aug 07, 2017 - 03:53 PM (IST)

मुंबई: एयरटेल के एक एेड कैंपेन रिलायंस जीयो इतना नागवार गुजरा कि कंपनी ने पहले एडवर्टाइजिंग काउंसिल फिर कोर्ट पहुंच गई है। दरअसल कुछ महीने पहले एयरटेल ने एक ऐड कैंपन की शुरुआत की थी। इसमें कंपनी ने खुद को देश का सबसे तेज नेटवर्क बताया था एयरटेल का यह दावा स्पीड टेस्ट कंपनी Ookla के रिजल्ट पर आधारित था। इस कंपनी ने एयरटेल को देश का सबसे तेज नेटवर्क बताया और इसके लिए अवॉर्ड भी दिया।
 

यह ऐड कैंपेन रिलायंस जियो को नागवार गुजरा और कंपनी ने इसके खिलाफ ASCI (एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया) से शिकायत की. मामला कोर्ट तक गया और अब इसकी सुनवाई के दौरान मुंबई कोर्ट ने इस मामले में रिलायंस जियो इनफोकॉम की इस पिटिशन को खारिज कर दिया है।
 

इस पिटिशन में जियो ने कहा था कि भारती एयरटेल और डेटा स्पीड कंपनी उकला पर भ्रामक ऐड कैंपेन चलाने को लेकर कार्रवाई होनी चाहिए। 27 जुलाई को जारी किए गए ऑर्डर में मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट के.जी पालदेवार ने कहा है कि इस शिकायत कोई दम नहीं है। क्योंकि लगाए गए इल्जाम पैसे का नुकसान, मानहानि, साजिश और भरोसा तोड़ने के बराबर नहीं हैं।
 

कोर्ट की तरफ से यह भी कहा गया है कि इस प्रतिस्पर्धात्मक इंडस्ट्री में ऐसे सर्टिफिकेशन्स मार्केटिंग पॉलिसी हैं जिसे बिजनेस बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ET की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने कहा है कि Ookla एक इंडिपेंडेट कंपनी है और कोई कानून के तहत ऑथोरिटी नहीं है। इसलिए यह अपनी मेथेडॉलॉजी के तहत सर्टिफिकेशन जारी कर सकती है। सिर्फ यह एक सर्टिफिकेशन शिकायतकर्ता को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है।
 

एयरटेल ने इस विज्ञापन में आधिकारिक शब्द का इस्तेमाल किया था, लेकिन ASCI के आदेश के बाद कंपनी ने इस शब्द को इस विज्ञापन से हटा लिया। फिलहाल यह विज्ञापन चल रहा है, लेकिन इसमें से ऑफिशियल शब्द हटाया गया है।

 

 

 

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