पैट्रोल पंप कारोबार में भी रिलायंस का ''जियो'' धमाका!

Saturday, Mar 25, 2017 - 02:13 PM (IST)

नई दिल्लीः रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) दूरसंचार क्षेत्र की तरह ही पैट्रोल पंप के कारोबार में भी छूट के जरिए अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों को जबरदस्त चुनौती देने की संभावना तलाश रही है। सूत्रों के अनुसार आरआईएल पैट्रोल पंपों पर ग्राहकों को बाजार दर से 1 से 1.40 रुपए प्रति लीटर की छूट की पेशकश जारी रख सकती है। उद्योग के एक सूत्र ने कहा, 'कीमतों में छूट एकसमान नहीं है और अलग-अलग जगहों पर छूट की दर अलग-अलग है।' हालांकि प्रतिस्पर्धी कंपनियों को दूसरे तरीके से इस छूट को चुनौती देने को मजबूर होना पड़ रहा है।

ईंधन की बिक्री के आंकड़े अलग-अलग
नोटबंदी के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के पैट्रोल पंपों पर कुछ समय तक पुराने नोट स्वीकार करने की अनुमति दी गई थी, इसके बावजूद बिक्री के आंकड़े अलग तस्वीर पेश कर रहे हैं। उद्योग के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से फरवरी 2017 के दौरान ईंधन की खुदरा बिक्री की वृद्घि दर 9.4 फीसदी रही जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की समेकित बिक्री 7.4 फीसदी ही बढ़ी। डीजल के मामले में जहां उद्योग की वृद्घि दर 2.3 फीसदी रही, वहीं सार्वजनिक तेल कंपनियों की बिक्री में 0.70 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

ग्राहकों के लिए कई योजनाएं पेश कर रही हैं कंपनियां
ऑल इंडिया पैट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने कहा, 'वे हमारे सभी ग्राहकों को लक्षित कर रहे हैं लेकिन इसका ज्यादा असर पड़ता नहीं दिख रहा है, क्योंकि रिलायंस के पैट्रोल पंपों की संख्या काफी कम है। लेकिन जब कंपनी अपना विस्तार करेगी तो हमारे लिए चुनौती बन सकती है।' उन्होंने कहा कि तेल विपणन कंपनियां भी विभिन्न जगहों पर कई तरह की योजनाओं की पेशकश कर रही हैं। उदाहरण के तौर पर डीलर भी नियमित ग्राहकों को अपने साथ बनाए रखने के लिए लकी ड्रॉॅ और प्रोत्साहन का ऑफर देते रहते हैं। लेकिन पैट्रोल पंपों पर ज्यादा छूट देने की गुंजाइश नहीं होती है। इस बारे में जानकारी के लिए आरआईएल को बुधवार को ईमेल भेजा गया था लेकिन अब तक उसका जवाब नहीं आया।

रिलायंस के पास है केवल इतने पैट्रोल पंप
पैट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) के आंकड़े के मुताबिक इंडियन ऑयल के 25,,627 पैट्रोल पंप हैं, वहीं भारत पैट्रोलियम के 13,619 और हिंदुस्तान पैट्रोलियम के 13,978 पैट्रोल पंप हैं जबकि आरआईएल के केवल 1400 पैट्रोल पंप हैं, जिनमें से 1,100 पैट्रोल पंपों को दोबारा चालू किया गया है। एस्सार ऑयल के 3,300 पैट्रोल पंप हैं।

कंपनियां बाजार में हिस्सेदारी बनाए रखने पर दे रही हैं ध्यान
तेल विपणन कंपनी के एक वरिष्ठ मार्केटिंग अधिकारी ने कहा, 'हमने कई तरह की योजनाएं पेश की है और कड़ी टक्कर दे रहे हैं। यह खुला बाजार है। लेकिन हमें बाजार हिस्सेदारी गंवाने का कोई खतरा नजर नहीं आ रहा है।' दूसरी ओर एस्सार ऑयल मार्जिन को बनाए रखते हुए अपनी बाजार हिस्सेदारी को बरकरार रखने पर ध्यान दे रही है। एस्सार ऑयल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी ललित गुप्ता ने कहा, 'हमारा ध्यान गुणवत्ता और सेवाओं पर है। हम छूट के जरिए बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में यकीन नहीं रखते हैं। करीब डेढ़ साल पहले हमारी बाजार हिस्सेदारी 1 फीसदी से कम थी जो अब करीब 3 फीसदी है और हम अपने रिटेल नैटवर्क का विस्तार कर रहे हैं।'

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