रिपोर्ट में हुआ खुलासा, नोटबंदी के 53 दिनों में ही गायब हो गए 2000 के नकली नोट

punjabkesari.in Friday, Dec 08, 2017 - 12:22 AM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 नवम्बर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद चलन में आए 2000 रुपए के नकली नोट 53 दिनों के अंदर ही गायब हो गए। 

यह खुलासा नैशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एन.सी.आर.बी.) की 30 नवम्बर को जारी रिपोर्ट में हुआ। इस वार्षिक रिपोर्ट को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जारी किया। रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में 2000 रुपए के 2272 नकली नोट पकड़े गए थे। ये नोट नोटबंदी के केवल 53 दिनों के अंदर यानी 8 नवम्बर से 31 दिसम्बर के बीच पुलिस और अन्य सरकारी एजैंसियों की मदद से जब्त किए गए। 

सबसे ज्यादा गुजरात में थे नकली नोट  
2000 के सबसे ज्यादा 1300 नकली नोट गुजरात में पकड़े गए। इसके बाद पंजाब में 548, कर्नाटक में 254, तेलंगाना में 114, महाराष्ट्र में 27, मध्य प्रदेश में 8, राजस्थान में 6 और आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश व हरियाणा तीनों राज्यों में 3-3 नकली नोट जब्त किए गए। जम्मू-कश्मीर और केरल दोनों जगह 2-2 नकली नोट पकड़े गए, वहीं मणिपुर और ओडिशा में 1-1 नकली नोट जब्त किया गया। 

पिछले साल 2,81,839 से ज्यादा नकली नोट किए जब्त  
2016 में देश की अलग-अलग जगहों से विभिन्न मूल्य वर्ग के कुल 2,81,839 से ज्यादा नकली नोट जब्त किए गए। इनमें 1000 के 82,494 और 500 के 1,32,227 नकली नोट शामिल रहे। साथ ही 100 के नकली नोटों की संख्या 59,713, 50 की 2137, 20 की 184 और 10 रुपए के नोटों की संख्या कम से कम 615 रही। इसके अलावा 5 रुपए के 2001 नोट और 1 रुपए के 196 नकली सिक्के पकड़े गए।

10.12 करोड़ से ज्यादा रही नकली नोटों की वैल्यू  
आंकड़ों के मुताबिक 2016 में पकड़े गए कुल नकली नोटों की वैल्यू 10.12 करोड़ रुपए से ज्यादा रही। इनमें सबसे ज्यादा 5.65 करोड़ वैल्यू के नकली नोट दिल्ली में पकड़े गए। इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, तमिलनाडु, केरल, मध्य प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान, असम, झारखंड और उत्तराखंड का स्थान रहा। गोवा में 17,000 रुपए वैल्यू के कुल 21 नकली नोट जब्त हुए। 


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