नोटबंदी से रियल एस्टेट बाजार में मंदी की धारणा गलत

punjabkesari.in Wednesday, Dec 13, 2017 - 10:43 AM (IST)

नई दिल्लीः नोटबंदी से रियल एस्टेट बाजार में मंदी की धारणा को गलत बताते हुए प्रॉपर्टी दलालों के एक संगठन ने कहा कि साल भर पहले हुई नोटबंदी के बाद स्थानीय स्तर पर जमीनों और इमारतों की कीमतों में गिरावट दर्ज नहीं की गई है।

इंदौर रिएल्टर्स वैल्फेयर एसोसिएशन (आई.आर.डब्ल्यू.ए.) के चेयरमैन भूपेंद्र जोशी ने कहा, ‘‘नोटबंदी के बाद रियल एस्टेट बाजार में मंदी आ जाने की धारणा सही नहीं है। नोटबंदी के बाद शहर में अचल संपत्तियों की कीमतों में कमी नहीं आई है।’’ उन्होंने कहा रियल एस्टेट बाजार में परेशानी खासकर उन बिल्डरों को हो रही है जिन्होंने पर्याप्त आधारभूत ढांचा विकसित किए बगैर अपनी परियोजनाएं शुरू कीं। जोशी ने बताया कि उनका संगठन स्थानीय प्रॉपर्टी दलालों को रियल एस्टेट रैगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) में पंजीयन और इसके प्रावधानों के पालन के प्रति जागरूक कर रहा है, ताकि उनके कारोबार को पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि प्रॉपर्टी दलाली क्षेत्र की मौजूदा चुनौतियों और भविष्य की रणनीति पर चर्चा के लिए आई.आर.डब्ल्यू.ए. 15 दिसम्बर को यहां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित करेगा। इसमें देश भर से रियल एस्टेट क्षेत्र के करीब 500 नुमाइंदों के भाग लेने की उम्मीद है।


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