''रियल्टी कानून के क्रियान्वयन से उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए''

Friday, Aug 19, 2016 - 12:44 PM (IST)

नई दिल्लीः रियल एस्टेट नियमन कानून को इस तरह से लागू किया जाना चाहिए जिससे कि क्षेत्र में उद्यमियों के आने को प्रोत्साहन मिले और यह रियल एस्टेट परियोजनाओं की वृद्धि में आड़े नहीं आए। प्रमुख रियल एस्टेट कम्पनी डी.एल.एफ. के चेयरमैन के.पी. सिंह ने यह बात कही है।   

 

सिंह ने कम्पनी के शेयरधारकों को दिए गए संदेश में कहा है ‘मेक इन इंडिया’, स्टार्ट अप इंडिया, सभी के लिए आवास, स्मार्ट सिटीज, डिजिटल इंडिया और रेइट्स का रियल एस्टेट क्षेत्र की वृद्धि पर जोरदार सकारात्मक असर होगा। रियल एस्टेट (नियमन और विकास) विधेयक 2016 का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि इस नए कानून से रियल एस्टेट क्षेत्र में खरीदारों को पारदर्शिता, पूर्ण जानकारी और स्पष्टता मिलेगी। सिहं ने कहा कि सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस कानून को इस तरह लागू किया जाए कि इससे क्षेत्र में उद्यमियों को प्रोत्साहन मिले और वह क्षेत्र में बड़ी संख्या में पहुंचे। इसके लागू होने से परियोजनाओं का विकास में अड़चन नहीं होनी चाहिए।’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि क्षेत्र में इस तरह के सुधार की काफी जरूरत थी और इससे रियल एस्टेट क्षेत्र में अनुकूल परिवेश बनेगा।  

 

रियल एस्टेट नियमन कानून के तहत रियल एस्टेट क्षेख के नियमन और संवर्धन के लिये एक रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण बनाने का प्रावधान किया गया है। यह प्राधिकरण भूखंडों, आवासीय इकाइयों और भवनों तथा परियोजनाओं की बिक्री में पारदर्शिता और स्पष्टता के साथ साथ उपभोक्ताओं के हितों का ध्यान रखेगा। 

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