अहम मोड़ पर है आवासीय बाजार

Saturday, Jul 16, 2016 - 04:07 PM (IST)

जालंधरः एक हालिया रिपोर्ट कहती है कि देश के रियल एस्टेट क्षेत्र का आवासीय वर्ग धीरे-धीरे बाजार की कुल बिक्री बढ़ाने में सहायता कर रहा है। देश के 8 प्रमुख शहरों में बढ़ी बिक्री इसका ही प्रमाण है। गत दिनों जारी रियल एस्टेट कंसल्टैंट नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के कुछ शहरों में आवासीय वर्ग में तेजी आई है। देश के 

 

8 प्रमुख शहरों में मकानों की बिक्री 7 प्रतिशत तक बढ़ गई है। इस वर्ष जनवरी से जून की अवधि में इन शहरों में 1 लाख 35 हजार मकान बिके हैं जिससे न बिके मकानों की संख्या में भी कमी दर्ज हुई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के सम्पत्ति बाजार में भी ग्रेटर नोयडा तथा गुडग़ांव में बिक्री तेज हुई है परंतु नोयडा में इसमें कमी आई है। 

 

हालांकि, एन.सी.आर. में आवासों की बिक्री कुल मिला कर 8 प्रतिशत कम हुई है तथा नई परियोजनाओं की लांङ्क्षचग में 41 प्रतिशत की कमी आई है, वह भी कीमतों में 4 प्रतिशत कमी आने के बावजूद। परंतु जानकारों का कहना है कि तैयार या तैयार होने के करीब पहुंच चुकी परियोजनाओं के लिए सम्भावित खरीदारों द्वारा पूछताछ में गत 2 

महीनों में इजाफा हुआ है। 

 

रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली एन.सी.आर. में जनवरी से जून 2016 के बीच 23,092 आवासों की बिक्री हुई जो गत वर्ष इसी अवधि के दौरान 25 हजार थी। नई परियोजनाओं की लांचिंग भी घट कर 17,462 आवास रह गई है जो गत वर्ष इसी अवधि में 29,458 आवास थी। इससे न बिके आवासों की संख्या में कमी हुई है। 

एक्सप्रैस-वे बनने तथा प्रस्तावित मैट्रो से नोयडा तथा ग्रेटर नोयडा के मध्य परिवहन सुविधाएं बढऩे से यहां ऑफिस स्पेस की मांग बढ़ी है। इससे इस इलाके में सकारात्मक रुझान आ गए हैं। 

 

पश्चिमी इलाके सहित ग्रेटर नोयडा में मांग मुख्यत: किफायती आवासों की उपलब्धता पर ही निर्भर करती है। ग्रेटर नोयडा की अधिकतर वर्तमान तथा नई परियोजनाओं में आवास 50 लाख रुपए तक मूल्य के ही हैं जिससे यह इलाका उन खरीदारों की पसंद है जो किफायती आवासों की तलाश में हैं। ग्रेटर नोयडा ने 2016 की पहली छमाही में हल्का-सा सुधार देखा है। जहां गत वर्ष इस दौरान 10,846 आवास बिके थे वहीं इस वर्ष यह आंकड़ा थोड़ा-सा ज्यादा 10,894 तक पहुंचा है।  दूसरी ओर गुडग़ांव ने बिक्री में 37 प्रतिशत की बड़ी तेजी दर्ज की है। गत वर्ष की पहली 

 

छमाही में जहां 4,777 आवास बिके थे वहीं इस वर्ष इसी अवधि के दौरान 6,530 आवासों की बिक्री हुई है। हालिया विकास कार्यों का ही असर लगता है कि गुडग़ांव में खरीदारों की रुचि बढ़ी है। इनमें गुडग़ांव में द्वारका एक्सप्रैस-वे को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा देने की घोषणा हुई है। परंतु नोयडा में आवासीय परियोजनाओं के निर्माण में हो रहे विलम्ब का काफी बुरा प्रभाव हुआ है। वहां बिक्री में 38 प्रतिशत गिरावट आई है। गत वर्ष की पहली छमाही में 3,763 आवास बिके थे वहीं इस वर्ष इसी अवधि में इनकी संख्या कम होकर 2,332 रह गई है। 

 

नोयडा में नई परियोजनाओं की लांचिंग में भी कमी हुई है। इस वर्ष जनवरी से जून तक पहली छमाही में इसमें 53 प्रतिशत की कमी हुई और गत वर्ष इसी अवधि के दौरान 4,664 से घट कर इस वर्ष यह 2,210 रह गई। गाजियाबाद तथा फरीदाबाद में भी बिक्री में मंदी आई है जहां आवासों की बिक्री में क्रमश: 48 प्रतिशत तथा 15 प्रतिशत की कमी हुई है। 

 

रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से जून 2016 के दौरान मांग व आपूर्ति एक अहम मोड़ पर आ गए जब मांग पहली बार आपूॢत से ज्यादा हो गई है। यह वह चरण है जो एन.सी.आर. के बाजार में सुधार होने का स्पष्ट संकेत है जिसका इंतजार लम्बे समय से था। एन.सी.आर. में औसत मूल्यों में 4 प्रतिशत की कमी भी लोगों में बिक्री के लिए स्थितियों के उत्तम होने का भरोसा पैदा करेगी। गत वर्ष पहली छमाही के दौरान औसत मूल्य 4,511  रुपए प्रति वर्ग फुट से कम होकर इस वर्ष इसी अवधि के दौरान 4,346 रुपए प्रति वर्ग फुट रहा है। रिपोर्ट के अनुसार बिक्री बढऩे से डिवैल्पर्स की वित्त की आवश्यकता भी कुछ हद तक पूरी हो सकेगी। 

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