RBI ने चेताया- बढ़ता NPA अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक, 13.5% होने की आशंका
Tuesday, Jan 12, 2021 - 11:33 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि नियामकीय राहतों को वापस लेने के साथ महामारी के कारण बही-खातों में संपत्ति का मूल्य घट सकता है और पूंजी की कमी हो सकती है। उन्होंने कहा कि बैंकों का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) सितंबर 2021 तक बढ़कर 13.5 फीसदी हो सकता है जो एक साल पहले 7.5 था।
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छमाही वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट की भूमिका में आरबीआई गवर्नर ने लिखा है, बैंक क्षेत्र की वित्तीय सेहत को बनाए रखना नीति की प्राथमिकता है। दास ने कहा कि महामारी से हमें नुकसान हुआ है, आगे आर्थिक वृद्धि और आजीविका बहाल करने का काम करना है।
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शक्तिकांत दास ने कहा कि लेखांकन के स्तर पर उपलब्ध आंकड़े बैंकों में दबाव की सही तस्वीर नहीं बता पाते हैं। उन्होंने कहा कि बैंकों को पूंजी जुटानी चाहिए और कारोबार के मॉडल में जरूरी बदलाव करने चाहिए। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि देश में कोविड-19 महामारी संकट के कारण सरकार के बाजार उधारी कार्यक्रम के विस्तार से बैंकों पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है।
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उन्होंने कहा कि वित्तीय परिसंपत्तियों का बढ़ा हुआ मूल्य वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करता है। बैंकों और वित्तीय मध्यस्थों को इसका संज्ञान लेने की आवश्यकता है। दास ने कहा कि आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए यह जोखिम कम करना बहुत जरूरी है।