राजन के अधूरे काम को पूरा करेंगे डॉ. पटेल

Monday, Sep 05, 2016 - 11:32 AM (IST)

मुंबईः भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर डा. उर्जित पटेल के सामने अपने पूर्ववर्ती रघुराम राजन के ‘अधूरे एजैंडे’ को पूरा करने की महत्ती जिम्मेदारी होगी। इस अधूरे काम में बैंकों की ‘गहरी शल्यक्रिया’ तथा महंगाई के खिलाफ लड़ाई जीतना शामिल है। 

राजन का कार्यकाल गत दिवस पूरा हो गया और अब बागडोर पटेल के हाथ में होगी जिन्हें राजन प्राय: ‘डा. पटेल’ कहते रहे हैं। हालांकि व्यावहारिक रूप से पटेल का पहला कार्यदिवस 6 सितंबर को हो सकता है क्योंकि सोमवार को गणेश चतुर्थी का अवकाश है। डा. उर्जित पटेल रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर हैं।

 

राजन के कार्यकाल में पटेल ने बढ़ती कीमतों से लडऩे के लिए नया खाका तैयार किया और उन्हें अनौपचारिक रूप से ‘महंगाई विरोधी योद्धा’ कहा जाता है। पटेल के सामने सबसे बड़ी चुनौती बैंकों की बैलेंस शीट से एन.पी.ए. (वसूल नहीं हो रहे) ऋणों की सफाई हो सकती है। राजन ने ही अपने कार्यकाल में बैंकों के खातों को साफ करने के लिए डीप सर्जरी यानी ‘गहरी शल्यक्रिया’ का बीड़ा उठाया था। यह प्रक्रिया चल रही है और अब अनेक बैंक, कंपनियां इसके खिलाफ लॉबिंग कर रही हैं। केन्या में जन्मे गुजराती मूल के पटेल अर्थशास्त्र के विद्वान हैं। उनकी उच्च शिक्षा और शोध कार्य येल तथा ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में हुआ है। 

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