जानें, एक नोट की छपाई में कितना आता है खर्च?

Wednesday, Nov 16, 2016 - 01:03 PM (IST)

नई दिल्ली: 2000 और 500 के नए नोटों की हर ओर चर्चा है। देश के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है जब देश में इतने बड़े पैमाने पर सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से नोटों को एक झटके में मार्कीट से बाहर किया जा रहा है। इससे पहले मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाली 1978 की जनता पार्टी सरकार ने यह कदम उठाया था। आपको हम बता दें कि इन नोटों की छपाई पर भी सरकार को भारी रकम खर्च करनी पड़ती है। 

नोटों की छपाई पर आता है अलग-अलग खर्च 
फिलहाल 1000 और 500 के नोटों की देश में कुल सर्कुलेशन 24.4 फीसदी जबकि वैल्यू 86.4 फीसदी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगर सरकार को देश में करंसी फ्लो को मैंटेन करना है तो 10,861 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे। रिपोर्ट की मानें तो इन नोटों की छपाई पर अलग-अलग खर्च आता है। वहीं 1, 2 और 10 रुपए की छोटी कीमत वाले नोटों को छापने का खर्च कम आता है। इसका सबसे बड़ा रीजन यह है कि इनमें सिक्योरिटी फीचर्स कम होते हैं और इनकी ब्लैक मार्कीटिंग भी कम होती है। ज्यादा सिक्योरिटी फीचर्स के चलते बड़े नोटों में छपाई का खर्च ज्यादा आता है। 1 रुपए का नोट एकमात्र ऐसा नोट है जिसकी बाजार कीमत वास्तविक लागत से ज्यादा है। 

किस नोट पर कितना खर्च
नोटों की छपाई पर खर्च कई बार बदल भी जाता है। फिलहाल हम आपको मुख्य रूप से सर्कुलेटिड 5, 10, 20, 50, 100, 500 और 1000 के नोटों पर होने वाले खर्च से अवगत करवा रहे हैं इसलिए हम यहां आपको औसत खर्च ही बता रहे हैं।

5 रुपए के नोट पर खर्च आता है 48 पैसे। 8500 मिलियन के करीब हैं सर्कुलेशन में।

10 के नोट पर खर्च आता है 96 पैसे। 2,000 मिलियन के करीब हैं सर्कुलेशन में।

20 के नोट पर खर्च आता है 96 पैसे। 5000 मिलियन के करीब हैं सर्कुलेशन में।

50 के नोट पर खर्च आता है 1.81 रुपए। 4000 मिलियन के करीब हैं सर्कुलेशन में।

100 के नोट पर खर्च आता है 1.20 रुपए। 16,000 मिलियन के करीब हैं सर्कुलेशन में।

500 के नोट पर खर्च आता है 2.50 रुपए। 16,000 मिलियन के करीब हैं सर्कुलेशन में।

1000 के नोट पर खर्च आता है 3.17 रुपए।  6000 मिलियन के करीब हैं सर्कुलेशन में।

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