RBI की KYC पॉलिसी मोबाइल वॉलेट कंपनियों पर पड़ेगी भारी, झेलना होगा नुक्सान

Tuesday, Jan 08, 2019 - 10:49 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः मोबाइल वॉलेट का इस्तोमाल करने वालों को मार्च के बाद परेशानी झेलनी पड़ सकती है। दरअसल मार्च में देश भर में चल रहे कई मोबाईल वॉलेट बंद हो सकते हैं जिसका असर वॉलेट कंपनियों पर सीधे तौर पर नुक्सान होगा।बता दें कि आरबीआई ने देश में लाइसेंस प्राप्त सभी मोबाइल केपनियों को अपने ग्राहकों को केवाईसी नॉर्म्स पूरा करने के लिए फरवरी 2019 तक का समय दिया था।

जानकारी के अनुसार आरबीआई ने देश में लाइसेंस प्राप्त सभी मोबाइल केपनियों को अपने ग्राहकों को केवाईसी नॉर्म्स पूरा करने के लिए फरवरी 2019 तक का समय दिया था। ज्यादातर कंपनियों ने आरबीआई के इस आदेश को पूरा नहीं किया। माना जा रहा है कि फरवरी तक ये पूरा नहीं हुआ तो देशभर में कई कंपनियों के मोबाइल वॉलेट बंद हो जाएंगे। फिलहाल पूरे देश में 9 फीसदी से कम मोबाइल वॉलेट उपभोक्ताओं ने अपने केवाईसी केपनियों को दिए है। देश में 91 फीसदी से अधिक मोबाइल वॉलेट अकाउंट बिना केवाईसी के ही चल रहे हैं। माना जा रहा है कि 91 फीसदी से अधिक मोबाइल वॉलेट अकाउंट बंद हो सकते है। बता दें कि मोबाइल वॉलेट कंपनियों ने दिसंबर में करीब 12 हजार करोड़ रुपेए का ट्रांजेक्शन हुआ था।मोबाइल वॉलेट ने लगभग चार साल पहले भारतीय डिजिटल भुगतान क्रांति को किकस्टार्ट किया था, लेकिन अब केवल कुछ ही कंपनियां इस मैदान में हैं।

इन लोगों के लिए केवाईसी जरूरी
गौरतलब है कि अगर आरबीआई सख्ती दिखाता है तो करोड़ों लोगों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। बता दें कि आरबीआई ने उन्हीं यूजर्स को केवाईसी करने के लिए कहा है जो हर महीने अपने अकाउंट से सिर्फ 10 हजार रूपए का कम ट्रांजेक्शन करते हैं। देश भर में पेटीएम, एसबीआई बड्डी, एचडीएफसी पैजेप, मोबीक्विक, एयरटेल मनी, चिल्लर, जैसी प्रमुख मोबाईल कंपनियां है।

Isha

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