RBI ने महंगाई का अनुमान बढ़ाया, दूध-दालों की बढ़ सकती हैं कीमतें

Friday, Feb 07, 2020 - 12:33 PM (IST)

मुम्बईः कच्चे तेल की कीमत में उतार-चढ़ाव के बीच दूध और दालों की कीमत में बढ़ौतरी के कारण आर.बी.आई. ने जनवरी-मार्च तिमाही के लिए खुदरा महंगाई का अनुमान बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया। आर.बी.आई. ने समग्र खुदरा महंगाई के अनुमान को अत्यधिक अनिश्चित बताया। आने वाले समय में खाद्य महंगाई, कच्चे तेल की कीमत और सेवाओं के लिए इनपुट लागत के आधार पर खुदरा महंगाई का अनुमान तय होगा।

आर.बी.आई. ने चालू कारोबारी साल के लिए अपनी आखिरी मौद्रिक नीति समीक्षा में कहा कि खाद्य महंगाई की दर दिसम्बर में दर्ज उच्च स्तर से नीचे आएगी क्योंकि खरीफ  और रबी फसलों के बाजार में आने से प्याज की कीमत घटेगी।

आर.बी.आई. ने कहा कि हम यह मानकर चलते हैं कि कारोबारी साल 2020-21 मानसून सामान्य रहेगा। इस धारणा के आधार पर अगले कारोबारी साल की पहली छमाही में खुदरा महंगाई दर घटकर 5-5.4 प्रतिशत पर आ सकती है। अगले कारोबारी साल की तीसरी तिमाही (अक्तूबर-दिसम्बर 2020) में खुदरा महंगाई की दर और घटकर 3.2 प्रतिशत पर आ सकती है। 

जमा बीमा बढऩे से बैंक के बही-खाते पर नहीं पड़ेगा असर 
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर बी. कानूनगो ने कहा कि जमा बीमा 5 गुना बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने से बैंकों के बही खाते पर असर नहीं पड़ेगा। हाल ही में पी.एम.सी. बैंक समेत कई सहकारी बैंकों के विफल होने को देखते हुए बजट में निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम (डी.आई.सी.जी.सी.) को बीमा दायरा एक लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने को मंजूरी दी गई। कानूनगो ने मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘जमा बीमा की समीक्षा से बैंक के बही-खातों पर बहुत असर नहीं होगा।’’ 

पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑप्रेटिव (पी.एम.सी.) बैंक में संकट को देखते हुए जमा बीमा दायरा बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही थी। रिजर्व बैंक की पूर्ण अनुषंगी डी.आई.सी.जी.सी. बैंक जमा पर बीमा दायरा उपलब्ध कराता है। फिलहाल डी.आई.सी.जी.सी. जमाकत्र्ताओं को एक लाख रुपए का जमा बीमा उपलब्ध कराता है। भले ही खाताधारक के खाते में कितना भी पैसा क्यों नहीं जमा हो। इस व्यवस्था के तहत अगर बैंक किसी कारण से विफल होता है या उसका परिसमापन होता है तो जमाकत्र्ता को एक लाख रुपया मिलने की गारंटी होती है। 
 

jyoti choudhary

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