मुद्रास्फीति में तेजी के बावजूद नीतिगत दर में 0.40 फीसदी तक की कटौती कर सकता है RBI

Thursday, Nov 14, 2019 - 05:24 PM (IST)

मुंबईः सकल मुद्रास्फीति नवंबर में बढ़कर 5 फीसदी पर रहने के आसार के बावजूद आर्थिक वृद्धि की चिंताओं को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) लगातार दो बार नीतिगत दरों में कटौती कर सकता है। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही। खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर महीने में बढ़कर 4.62 फीसदी पर पहुंच गई है। बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह बात कही गई है।

आरबीआई मुद्रास्फीति को चार फीसदी पर रखने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर गिरकर छह साल के निचले स्तर 5 फीसदी पर आ गई है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आर्थिक वृद्धि दर पांच फीसदी से नीचे जा सकती है। विदेशी ब्रोकरेज फर्म बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के विश्लेषकों ने कहा कि आरबीआई दिसंबर में होनी वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में नीतिगत दर में 0.25 फीसदी की कटौती करेगा और इसके बाद फरवरी बैठक में 0.15 फीसदी की और कटौती कर सकता है।

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि आर्थिक वृद्धि को रफ्तार देने के लिए दरों में कटौती करने से "वित्तीय अस्थिरता" का खतरा बढ़ सकता है। इसमें कहा गया है कि "मुद्रास्फीति के बुनियादी कारक कमजोर बने हुए हैं", इसके चलते गैर-खाद्य और गैर-ईंधन मुख्य मुद्रास्फीति अक्टूबर में 3.3 फीसदी पर सीमित रही। सितंबर में यह 3.7 फीसदी थी। 

Supreet Kaur

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